कोट्टायम : न्यूनतम आय योजना (न्याय योजना) पर जोर दे रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को केरल में लोगों से वादा किया कि यदि इस विधानसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो इस योजना को परखा जाएगा.
राहुल गांधी ने पुथुपल्ली विधानसभा क्षेत्र के मनारकाड में एक चुनावी नुक्कड़ सभा में कहा, इसे परखने के लिए मेरे पास स्वहित की निजी वजह है. गांधी ने कहा कि उन्हें न्याय योजना की सफलता का पूरा यकीन है.
प्रचार के दौरान वह बिना छत वाले वाहन में थे और उनके साथ कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल भी थे. राहुल ने उन्हें सुनने आए पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि 72 हजार रुपये सलाना लाभार्थियों के बैंक खातों में जायेंगे और हम जानते हैं कि आगे क्या होने जा रहा है. हम केरल में इस नए विचार को परखने जा रहे हैं.
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव यह विचार प्रतिपादित करते हुए गांधी ने इस योजना को गरीबी पर आखिरी प्रहार की शुरुआत के लिए ऐतिहासिक विचार बताया था. हालांकि, कांग्रेस न्याय योजना के वादे को जोर-शोर से उठाने के बाद भी लोकसभा चुनाव जीत नहीं पाई थी.
गांधी ने कहा कि वह इस योजना को परखना चाहते हैं और यदि केरल में यह काम कर गई, तो वह चाहते हैं कि देश में अन्य कांग्रेस शासित राज्यों में इसे दोहराया जाए. उन्होंने कहा, केरल बाकी भारत को दिखाने जा रहा है कि कैसे गरीबी से हमेशा हमेशा के लिए कैसे लड़ना है.
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इससे पहले, कोट्टायम के समीप पारुथुमपारा में एक जनसभा में गांधी ने कहा था, जब हम सरकार बनायेंगे तब पहला काम जो हम करने जा रहे हैं, वह निर्धारित दिनों में न्याय योजना शुरू करना है.
उन्होंने सोमवार को भी एक जनसभा में कहा था, यह कोई परमार्थ नहीं है. हम आपको न्याय के माध्यम से पैसा नहीं दे रहे हैं. हम आपकी जेब में पैसा डाल रहे है. ताकि आप पैसे खर्च कर पाए.
गांधी ने कहा था कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था को ऊपर उठाने का एकमात्र तरीका है, जो प्रधानमंत्री के नोटबंदी, त्रुटिपूर्ण जीएसटी क्रियान्वयन और कोविड-19 महामारी के चलते चरमरा गई है.