चंडीगढ़: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी कथित रूप से आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति के मामले में शुक्रवार को सतर्कता ब्यूरो के समक्ष पेश हुए. कांग्रेस नेता ने पूर्वाह्न 11 बजकर 10 मिनट पर मोहाली कार्यालय के ब्यूरो में प्रवेश किया. उन्होंने इससे पूर्व अपनी पेशी निर्धारित तारीख से पहले किए जाने को लेकर राज्य में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार की निंदा की और दावा किया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार 'बदले की राजनीति' कर रही है.
सतर्कता ब्यूरो ने पहले चन्नी को पूछताछ के लिए 12 अप्रैल को पेश होने को कहा था, लेकिन उन्होंने किसी और तारीख पर बुलाए जाने का अनुरोध किया था, जिसे ब्यूरो ने स्वीकार कर लिया और उन्हें 20 अप्रैल को उसके मोहाली कार्यालय में पेश होने को कहा था. बाद में ब्यूरो ने उन्हें 14 अप्रैल को बुलाने का फैसला किया. इस मामले पर सवाल किए जाने पर चन्नी ने ब्यूरो के कार्यालय में प्रवेश करने से पहले कहा, 'यह जांच पूरी तरह राजनीतिक है. उन्हें वह करने दीजिए, जो वे चाहते हैं.'
चन्नी ने ब्यूरो के कार्यालय में पहुंचने से पहले एक संवाददाता सम्मेलन में राज्य की 'आप' सरकार पर निशाना साधते हुए आशंका जतायी कि उन्हें प्रताड़ित किया जा सकता है, गिरफ्तार किया जा सकता है या उनकी हत्या भी की जा सकती है, लेकिन वह इसका सामना करने के लिए तैयार हैं.
इससे पहले जालंधर लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिए प्रचार के दौरान चन्नी से संवाददाताओं से बात करते हुए कई मुद्दों को लेकर 'आप' सरकार पर हमला बोला और आरोप लगाया कि यह सरकार दलित समुदाय की अपेक्षाओं को पूरा करने में विफल रही है. पंजाब में जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार करमजीत कौर चौधरी ने बृहस्पतिवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था और इस दौरान चन्नी भी उनके साथ थे.
चन्नी ने शुक्रवार को मीडिया से कहा, 'मैंने (जालंधर में) संवाददाता सम्मेलन किया, जिसमें मैंने कई मुद्दों को उठाया और कोई जब सच बोलता है, तो झूठ बोलने वाले को यह चुभता है और ‘आप’ सरकार के साथ यही हुआ है.' पूर्व मुख्यमंत्री के साथ कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, हरीश चौधरी और प्रताप सिंह बाजवा सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता थे.
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उन्होंने अपने समन की तारीख को निर्धारित तिथि से पहले किए जाने को लेकर भी ‘आप’ सरकार की आलोचना की और उस पर 'बदले की राजनीति' करने का आरोप लगाया. चन्नी ने कहा, 'उन्होंने मुझे सरकारी छुट्टी पर ऐसे दिन बुलाया, जब कार्यालय बंद हैं. चन्नी को परेशान करने के लिए कार्यालय विशेष रूप से खोले गए और उन्होंने इसके लिए जिस दिन का चयन किया है, उस दिन बैसाखी और डॉ. बी आर आंबेडकर की जयंती है.
उन्होंने कहा, 'वे मुझे गिरफ्तार कर सकते हैं, मुझे पीट सकते हैं, मुझे प्रताड़ित कर सकते हैं और मुझे जेल भेज सकते हैं, आप जो चाहते हैं, वह करें. वे मुझे आज भी सलाखों के पीछे भेज सकते हैं. वे मुझे जान से भी मार सकते हैं, लेकिन मैं तैयार हूं.'
उन्होंने कहा, 'आज डॉ. आंबेडकर साहब का दिन है, जिन्होंने हमें संघर्ष करना सिखाया... मुझे बचपन से ही संघर्ष करने की आदत रही है.' चन्नी ने मान पर भी निशाना साधा. मान ने पिछले महीने अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह पर कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई में पकड़े गए सभी सिख युवाओं को रिहा करने की 'आप' को अंतिम चेतावनी देकर लोगों को 'उकसाने' का आरोप लगाया था.
चन्नी ने कहा, 'मुख्यमंत्री ने अकाल तख्त के जत्थेदार के खिलाफ जो कहा, जब मैंने उसके खिलाफ बात की और कुछ सवाल उठाए तो उन्हें (सरकार को) लगा कि मैं कैसे सवाल उठा सकता हूं?' पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने बेअदबी का मुद्दा भी उठाया और न्याय की मांग की.
सतर्कता ब्यूरो इन आरोपों की जांच कर रहा है कि चन्नी ने आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित की है. सतर्कता ब्यूरो ने पिछले महीने चन्नी के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया था. वह कई महीने अमेरिका एवं कनाडा में रहने के बाद पिछले साल के अंत में भारत लौटे थे.
(पीटीआई-भाषा)