चंडीगढ़ : पंजाब सीएम के साथ चर्चा में राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि अगर सरकार के पास महामारी से निपटने के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं तो प्रदेश में लॉकडाउन लगाना ही एकमात्र हल है. क्योंकि सबसे ज्यादा गरीब लोगों की जान जा रही है.
उन्होंने यह भी कहा कि प्राइवेट अस्पताल ₹50000 प्रतिदिन के हिसाब से चार्ज कर रहे हैं उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए. प्रताप सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को कहा कि यहां से दूर बोकारो से ऑक्सीजन मंगवाने की बजाय महज 24 किलोमीटर दूर पाकिस्तान से ऑक्सीजन मंगवाई जा सकती है. ताकि पंजाब और हरियाणा में ऑक्सीजन की कमी दूर हो.
चेंबर ऑफ कॉमर्स को पाकिस्तान की इंडस्ट्री ने ऑक्सीजन की सप्लाई करने में मदद का आश्वासन दिया है. इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी तरफ से 4 दिन पहले प्रधानमंत्री को अमृतसर बॉर्डर से ऑक्सीजन मंगवाने के बारे में चिट्ठी लिखी जा चुकी है लेकिन केंद्र सरकार ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया.
हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाए सरकार
प्रताप सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री से यहां तक कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार अगर ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के संबंध में दिल्ली हाईकोर्ट का रुख कर सकती है तो पंजाब सरकार को भी पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए केंद्र के खिलाफ अर्जी दायर करनी चाहिए. ताकि पंजाब में ऑक्सीजन की कमी को पूरा किया जा सके.
धार्मिक लोगों से भी ली जाए मदद
प्रताप सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से यह अपील की है कि पंजाब में 12700 गांव हैं और हर गांव में गुरुद्वारा, मंदिर, मस्जिद और चर्च भी हैं. जैसे दिल्ली में धार्मिक गुरुद्वारे लोगों की मदद कर रहे हैं तो ऐसे में सरकार इन सभी धार्मिक संस्थानों कि बड़े स्केल पर मदद लेकर लोगों की जान बचा सकती है. हर एक धार्मिक संस्थान में कम से कम 5 से 10 बेड की शुरुआत की जा सकती है. इससे लोगों की जान बचाना और आसान होगा. इसी के साथ ही पंजाब में आर्मी की भी मदद ली जानी चाहिए.
किसान 8 को न करें कोई घेराव
मुख्यमंत्री के साथ बैठक में किसानों की तरफ से 8 तारीख को दुकानदारों के हक में किए जा रहे पंजाब भर में प्रोटेस्ट को लेटर भी चर्चा हुई. जिसको लेकर प्रताप बाजवा ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वह ऐसा ना करें. क्योंकि महामारी लगातार फैल रही है इससे किसानों और उनके बच्चों को भी नुकसान हो सकता है. टीकाकरण ही एकमात्र हाल है, इसलिए यह सभी को करवाना चाहिए. क्योंकि लगातार पंजाब में अब कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन नौजवानों को अपनी चपेट में लेने लगा है.
तीसरी लहर की हो पूरी तैयारी
वैज्ञानिकों की तरफ से भारत सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि सितंबर और दिसंबर के बीच कोरोना वायरस की तीसरी लहर आ सकती है. जिसको लेकर सभी राज्य सरकारों को पुख्ता प्रबंध कर लेने चाहिए. अमेरिका और दूसरे मुल्कों की बात करें तो वहां पर 70 से 75 फीसदी तक वैक्सीनेशन होने के कारण वे देश बच गए हैं.
यह भी पढ़ें-सावधान ! बच्चे हो रहे कोरोना के शिकार, इलाज से ज्यादा सावधानी की दरकार
लेकिन भारत सरकार और राज्य सरकार ने 1 साल बाद यह सोच कर कोई प्रबंध नहीं किया कि कोरोना वायरस खत्म हो चुका है. इस बार आया कोरोना वायरस बुजुर्गों के साथ-साथ बच्चों को भी चपेट में लेना शुरू कर दिया है.