बेंगलुरु : आंध्र प्रदेश में सड़कों, बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी का विकास पब्लिक, प्राइवेट पार्टनरशिप की नीति (3पी) के कारण हुआ है. जो मैंने मुख्यमंत्री रहते हुए अपनाई थी. ये बातें गुरुवार को तेलुगु देशम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने कहीं. उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में आगे बढ़ना है तो 3पी के बजाय पब्लिक प्राइवेट पीपुल्स पॉलिसी का फॉर्मूला यानी 4पी अपनाना जरूरी है. उन्होंने टीडीपी की बेंगलुरु इकाई की ओर से आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए यह बात कही.
इससे पहले वह एचएएल हवाई अड्डे पर पहुंचे. जहां पार्टी पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया. नायडू को देखने के लिए कार्यकर्ताओं और पार्टी समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी. प्रशंसकों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी.
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए नायडू ने कहा कि पब्लिक, प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत आईटी, बीटी और बुनियादी ढांचे सहित विभिन्न क्षेत्रों में 20 साल पहले मेरे द्वारा किए गए विकास उपायों के कारण आज हैदराबाद को आईटी में बेंगलुरु के साथ मान्यता मिली है. यदि भारत को 2047 में विश्व मानचित्र पर एक विकसित राष्ट्र बनना है तो अब हमें 3पी के साथ इसमें जनता को भी जोड़ना होगा.
उन्होंने कहा कि विकास का आगे का रास्ता पब्लिक (सरकार), प्राइवेट, पिपुल्स (जनता) पार्टनरशिप के 4पी की नीति पर निर्भर करेगी. उन्होंने कहा कि सरकारों को इसी को ध्यान में रख कर नीतियां बनानी चाहिए. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को ध्यानवाद भी कहा. उन्होंने कहा कि जब मैं मुसीबत में था तो आप सभी ने मेरा साथ दिया. मैं लगभग 70-80 देशों में बसे तेलुगु व्यापारियों के समर्थन के लिए आभारी हूं. बैंगलोर सहित दुनिया के कई हिस्सों में तेलुगु हैं. आईटी क्षेत्र में हर तीन में से एक भारतीय तेलुगु है. यह गर्व करने वाली बात है. उन्होंने कहा कि इसकी वजह मेरी नीतियां रहीं हैं.
जब मैं सीएम बना तो उनमें से ज्यादातर सिर्फ किसान थे. किसान का बेटा किसान क्यों रहे, हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के इरादे से जब मैंने नॉलेज इकॉनॉमी की बात की तो सभी ने 420 कहकर मेरा मजाक उड़ाया. इसकी चिंता किए बिना मैंने ने विज़न 2020 के लिए काम किया. जिसके कारण आज हमारे राज्यों में आईटी सेक्टर का विकास हुआ. मैंने रोजगार में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण किया और महिलाओं को सशक्त बनाया. उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि उन्होंने रोजगार देने के साथ-साथ उद्यमियों को पहचान दिलाने का काम किया.
तेलुगु लोग थिंक ग्लोबली की सोच के तहत नेटवर्क बनाने की क्षमता रखते हैं. वैश्वीकरण के बाद देश में सभी क्षेत्रों में विकास हुआ है. उन्होंने भविष्यवाणी की कि तेलुगू सेवा क्षेत्र में आगे हैं. इस सदी में तेलुगू लोगों का वर्चस्व रहेगा. नायडू ने बेंगलुरु में आयोजित टीडीपी फोरम को सलाह दी कि 100 दिनों के भीतर एक घोषणापत्र तैयार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि योजना के तहत योजनाबद्ध तरीके से आम लोगों को पार्टी के प्रति जागरूक करने की जरूरत है. कॉल सेंटर लाकर प्रतिदिन मोबाइल फोन के माध्यम से पार्टी के मिशन की जानकारी दी जाये.