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जम्मू-कश्मीर : भद्रवाह मंदिर में तोड़फोड़ के विरोध में प्रदर्शन जारी - मंदिर में तोड़फोड़

जम्मू कश्मीर के भद्रवाह में एक मंदिर में तोड़फोड़ किए जाने की घटना का विरोध जारी है. प्रदर्शनकारियों ने इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की है. भगवान शिव से जुड़े पहाड़ पर 17,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक झील के पास भगवान वासुकी नाग मंदिर है. इसे ही भद्रवाह मंदिर भी कहा जाता है. इसी मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी.

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Published : Jun 7, 2022, 3:22 PM IST

जम्मू : जम्मू-कश्मीर के भद्रवाह कस्बे में एक मंदिर में तोड़फोड़ किये जाने के बाद मंगलवार को दूसरे दिन भी विरोध और बंद जारी रहा. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी तख्तियां लिए हुए दिखे और कस्बे में बाजार बंद कर दिए गए.

पुलिस ने भद्रवाह पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की है और अधिकारियों ने मामले की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक (एसपी) (संचालन), राजकुमार की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. भगवान शिव से जुड़े पहाड़ पर 17,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक झील के पास भगवान वासुकी नाग मंदिर में कथित तोड़फोड़ की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद विरोध तेज हो गया.

श्रीसनातन धर्म सभा द्वारा भद्रवाह में दिए गए हड़ताल के आह्वान के जवाब में भद्रवाह बस्ती के दुकानदारों ने पूर्ण बंद रखा है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री, गुलाम नबी आजाद, (जो भद्रवाह से ताल्लुक रखते हैं) ने बर्बरता की निंदा की है और स्थानीय प्रशासन से दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने का अनुरोध किया है.

आजाद ने डोडा के लोगों, खासकर भद्रवाह निवासियों से शांति और सद्भाव बनाए रखने और प्रशासन को ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटने की अपील की, जो लोगों को विभाजित करने और क्षेत्र में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश की है. जम्मू-कश्मीर कांग्रेस इकाई ने भी धार्मिक भावनाओं को आहत करने और समाज में नफरत और परेशानी पैदा करने की दृष्टि से की गई तोड़फोड़ पर गंभीर चिंता व्यक्त की.

ये भी पढ़ें : कश्मीर में आतंकवाद अपने अंतिम चरण में : मनोज सिन्हा

जम्मू : जम्मू-कश्मीर के भद्रवाह कस्बे में एक मंदिर में तोड़फोड़ किये जाने के बाद मंगलवार को दूसरे दिन भी विरोध और बंद जारी रहा. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी तख्तियां लिए हुए दिखे और कस्बे में बाजार बंद कर दिए गए.

पुलिस ने भद्रवाह पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की है और अधिकारियों ने मामले की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक (एसपी) (संचालन), राजकुमार की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. भगवान शिव से जुड़े पहाड़ पर 17,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक झील के पास भगवान वासुकी नाग मंदिर में कथित तोड़फोड़ की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद विरोध तेज हो गया.

श्रीसनातन धर्म सभा द्वारा भद्रवाह में दिए गए हड़ताल के आह्वान के जवाब में भद्रवाह बस्ती के दुकानदारों ने पूर्ण बंद रखा है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री, गुलाम नबी आजाद, (जो भद्रवाह से ताल्लुक रखते हैं) ने बर्बरता की निंदा की है और स्थानीय प्रशासन से दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने का अनुरोध किया है.

आजाद ने डोडा के लोगों, खासकर भद्रवाह निवासियों से शांति और सद्भाव बनाए रखने और प्रशासन को ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटने की अपील की, जो लोगों को विभाजित करने और क्षेत्र में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश की है. जम्मू-कश्मीर कांग्रेस इकाई ने भी धार्मिक भावनाओं को आहत करने और समाज में नफरत और परेशानी पैदा करने की दृष्टि से की गई तोड़फोड़ पर गंभीर चिंता व्यक्त की.

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