शिमला : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मेधावी प्रशिक्षु अधिकारियों को सम्मानित किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 18 महीने देश के लिए बहुत कठिन रहे हैं. कोविड-19 महामारी के कारण अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई. इस दौरान सरकार ने संकट को कम करने और गरीबों के कल्याण के लिए विभिन्न वित्तीय उपाय किए.
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने मेधावी प्रशिक्षु अधिकारियों को पदक प्रदान किए. भारत की प्रथम महिला सविता कोविंद, राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित थे.
भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक गिरीश चन्द्रा मुरमू ने राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री का स्वागत किया. राष्ट्रीय लेखा परीक्षा तथा लेखा अकादमी के महानिदेशक सुनील एस. दाढे ने अकादमी की विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी. मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले 18 महीने देश के लिए बहुत कठिन रहे हैं. कोविड-19 महामारी के कारण अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई. इस दौरान सरकार ने संकट को कम करने और गरीबों के कल्याण के लिए विभिन्न वित्तीय उपाय किए.
राष्ट्रपति ने कहा कि निरीक्षण कार्य करते समय सीएजी को प्रणालीगत सुधारों के लिए इनपुट प्रदान करने के अवसरों के बारे में पता होना चाहिए. लेखापरीक्षा कार्य प्रणाली की गहरी समझ हासिल करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करती है और सीएजी को सुधारों का सुझाव देने की एक अच्छी स्थिति में रखती है. सरकारें सीएजी जैसी संस्था द्वारा दी गई सलाह को गंभीरता से लेंगी. यह हमारे सार्वजनिक सेवा वितरण मानकों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा. राष्ट्रपति ने कहा कि नागरिकों की सुविधा के लिए सरकारी प्रक्रियाओं को तेजी से डिजिटल किया जा रहा है. तेजी से फैलती प्रौद्योगिकी सीमा ने राज्य और नागरिकों के बीच की दूरी को कम कर दिया है.
इसके बाद राष्ट्रपति जाखू मंदिर गए और वहां पूजा अर्चना की. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रोप-वे के माध्यम से जाखू मंदिर गए. इस दौरान शहर में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए थे. राष्ट्रपति के साथ उनके परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे.
इस अवसर पर हिमाचली वाद्ययंत्रों की थाप पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए गए. राष्ट्रपति व मेहमानों को एचपीटीडीसी ने विभिन्न तरह के व्यंजन परोसे. इनमें हिमाचली व्यंजनों में गुच्छी की नजाकत, सेपू बड़ी, राजमा मदरा के अलावा राष्ट्रपति के लिए शुगर फ्री बाथू की खीर और भरवा आलू की तरकारी विशेष तौर पर परोसी गई. इसके बाद रविवार को राष्ट्रपति दिल्ली के लिए वापस रवाना हो जाएंगे.
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