कोलकाता : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक कथित पोंजी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच को लेकर सोमवार को आई-कोर समूह की करीब 300 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की. सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी द्वारा जब्त की गई संपत्तियां आई-कोर समूह की 11 कंपनियों, इसके निदेशकों दिवंगत अनुकूल मैती और कनिका मैती के अलावा इनके परिवार के सदस्यों से संबंधित हैं.
सूत्रों ने कहा, जब्त की गई संपत्तियों में बैंक खाते, भूखंड, फैक्टरी, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और कई रिहायशी संपत्ति शामिल हैं.
सारदा और रोज वैली चिटफंड कंपनियों की ही तरह आई-कोर समूह पर अपनी कथित धोखाधड़ी वाली योजनाओं के जरिए जनता से धन जुटाने का आरोप है, जिनमें निवेशकों को उनके निवेश के बदले में भारी रकम वापस मिलने का लालच दिया गया.
सीबीआई भी इस पोंजी घोटाले को लेकर पूर्व में पश्चिम बंगाल के मंत्रियों पार्थ चटर्जी और मानस रंजन भुइयां से उनकी कथित संलिप्तता को लेकर पूछताछ कर चुकी है. एजेंसी ने सोमवार को भी तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा से पूछताछ की.
सीबीआई ने सोमवार को इसी मामले में मित्रा के बेटे स्वरूप को भी तलब किया था. हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि स्वरूप इसके बजाय मंगलवार को पेश होंगे.
प्रवर्तन निदेशालय मित्रा से पहले ही इसी मामले में पूछताछ कर चुका है. ईडी और सीबीआई दोनों आई-कोर घोटाले की जांच कर रही हैं. यह मामला ज्यादा लाभ का वादा करते हुए निवेशकों के साथ जालसाजी से जुड़ा है.
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