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प्रधानमंत्री मोदी ने गोवा में मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का उद्घाटन किया - गोवा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मोपा में ग्रीनफील्ड अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री (दिवंगत) मनोहर पर्रिकर के नाम पर हवाईअड्डे का नाम मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा रखा जाएगा. इससे पहले उन्होंने गोवा स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, गाजियाबाद स्थित राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान और दिल्ली स्थित राष्ट्रीय होम्योपैथी संस्थान का गोवा से उद्घाटन किया.

PM Narendra Modi
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
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Published : Dec 11, 2022, 3:03 PM IST

Updated : Dec 11, 2022, 8:23 PM IST

पणजी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को उत्तरी गोवा के मोपा में ग्रीनफील्ड अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री (दिवंगत) मनोहर पर्रिकर के नाम पर हवाईअड्डे का नाम मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा रखा जाएगा. उन्होंने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने सार्वजनिक सुविधाओं के मामले में लोगों की जरूरत का ध्यान रखने के बजाय दशकों तक वोट बैंक पर ध्यान दिया. उत्तरी गोवा में स्थित मोपा हवाईअड्डा राज्य का दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा है. हवाई अड्डे के पहले चरण के तहत हर साल 44 लाख यात्रियों की आवाजाही की व्यवस्था होगी.

  • 2014 से पहले सरकारों को जो रवैया था उससे हवाई यात्रा एक लक्जरी के रूप में स्थापित हो गई थी। इसका लाभ ज्यादातर समृद्ध लोग ही उठा पाते थे। पहले की सरकारों ने सोचा ही नहीं कि सामान्य वर्ग और मध्यम वर्ग भी उतना ही हवाई यात्रा करना चाहता है...: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/KA3bksmCsC

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) December 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पीएम मोदी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार तेजी से विकास कर रही है. भारत के प्रति दुनिया का नजरिया बदला. उन्होंने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार केंद्र मे थी तब इस हवाई अड्डे की प्लानिंग हुई थी. मगर उनकी सरकार जाने के बाद इस हवाई अड्डे के लिए बहुत कुछ नहीं किया गया. लंबे समय तक ये प्रोजेक्ट लटका रहा. 2014 के बाद हमने सभी प्रक्रियाएं तेजी से शुरू की और 6 साल पहले मैंने यहां आकर इसकी आधारशिला रखी. कई अड़चनों के बाद आज ये शानदार हवाई अड्डा बनकर तैयार है. उन्होंने कहा कि हमारे देश में आधारभूत संरचना को लेकर दशकों तक जो दृष्टिकोण रही उसमें सरकारों द्वारा लोगों की जरूरत से ज्यादा वोट बैंक को प्राथमिकता दी गई. इस वजह से अक्सर ऐसी परियोजनाओं पर हजारों करोड़ रुपए खर्च किए गए जिसकी जरूरत नहीं थी.

  • PM Narendra Modi inaugurates Manohar International Airport, Mopa in Goa

    Its foundation stone was laid by him in November 2016. This will be the second airport in Goa, the first one being located at Dabolim. pic.twitter.com/VH2E2rIGNE

    — ANI (@ANI) December 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विभिन्न उपचार पद्धतियों को आजमाने के बाद दुनिया आयुर्वेद की ओर लौट रही है - इससे पहले पीएम मोदी ने गोवा स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, गाजियाबाद स्थित राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान और दिल्ली स्थित राष्ट्रीय होम्योपैथी संस्थान का गोवा से उद्घाटन किया. मोदी नौवें विश्व आयुर्वेद सम्मेलन और आरोग्य 'एक्सपो' के समापन सत्र को संबोधित करने के लिए आज दोपहर गोवा पहुंचे थे. आयुर्वेद सम्मेलन में 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दुनिया विभिन्न उपचार शैलियों को आजमाकर आयुर्वेद की प्राचीन उपचार पद्धति की ओर लौट रही है.

  • गोवा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पणजी में 9वें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस (WAC) के समापन समारोह में AIIMS के आयुष अस्पताल का उद्घाटन किया। इसी के साथ उन्होंने उत्तर प्रदेश के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ यूनानी मेडिसिन और दिल्ली के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथी का वर्चुअल उद्घाटन किया। pic.twitter.com/f6bPh9nPTK

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) December 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने कहा, 'दुनिया ने उपचार के कई तरीके आजमाए हैं और अब यह आयुर्वेद की प्राचीन पद्धति की ओर लौट रही है. आयुर्वेद न केवल शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि समग्र स्वास्थ्य की बात करता है.' प्रधानमंत्री ने 30 से अधिक देशों में आयुर्वेद को एक पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली के रूप में स्वीकार किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, 'हमें इसका और देशों में प्रसार करना चाहिए और आयुर्वेद को मान्यता देनी चाहिए.'

मोदी ने कहा कि आयुष उद्योग आठ साल पहले (2014 में जब उन्होंने पीएम का पद संभाला था) 20,000 करोड़ रुपये का था, जो बढ़कर 1.50 लाख करोड़ रुपये का हो गया है. उन्होंने कहा, 'वैश्विक बाजार और बढ़ रहा है तथा हमें औषधीय पौधरोपण से लाभ उठाने की कोशिश करनी चाहिए.' मोदी कहा कि इससे अधिक रोजगार पैदा होंगे. प्रधानमंत्री ने आयुर्वेद के लिए साक्ष्य-आधारित डेटाबेस के निर्माण की आवश्यकता को भी रेखांकित किया, जो आधुनिक विज्ञान के मापदंडों को पूरा करेगा.

उन्होंने कहा, 'आधुनिक विज्ञान व उपचार साक्ष्य-आधारित डेटाबेस पर भरोसा करते हैं. आयुर्वेद क्षेत्रों को इस तरह का एक डेटाबेस तैयार करने की आवश्यकता है. केंद्र सरकार के आयुष पोर्टल पर पहले से ही करीब 40,000 शोध अध्ययन अपलोड किए जा चुके हैं.' प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के दौरान मंत्रालय ने कम से कम 150 विशिष्ट शोध अध्ययन पेश किए. उन्होंने घोषणा की कि देश में जल्द ही एक राष्ट्रीय आयुष अनुसंधान संघ स्थापित किया जाएगा.

ये भी पढ़ें - विकसित भारत के निर्माण का मंत्र है राज्य का विकास:पीएम मोदी

(पीटीआई-भाषा)

पणजी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को उत्तरी गोवा के मोपा में ग्रीनफील्ड अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री (दिवंगत) मनोहर पर्रिकर के नाम पर हवाईअड्डे का नाम मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा रखा जाएगा. उन्होंने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने सार्वजनिक सुविधाओं के मामले में लोगों की जरूरत का ध्यान रखने के बजाय दशकों तक वोट बैंक पर ध्यान दिया. उत्तरी गोवा में स्थित मोपा हवाईअड्डा राज्य का दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा है. हवाई अड्डे के पहले चरण के तहत हर साल 44 लाख यात्रियों की आवाजाही की व्यवस्था होगी.

  • 2014 से पहले सरकारों को जो रवैया था उससे हवाई यात्रा एक लक्जरी के रूप में स्थापित हो गई थी। इसका लाभ ज्यादातर समृद्ध लोग ही उठा पाते थे। पहले की सरकारों ने सोचा ही नहीं कि सामान्य वर्ग और मध्यम वर्ग भी उतना ही हवाई यात्रा करना चाहता है...: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/KA3bksmCsC

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) December 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पीएम मोदी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार तेजी से विकास कर रही है. भारत के प्रति दुनिया का नजरिया बदला. उन्होंने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार केंद्र मे थी तब इस हवाई अड्डे की प्लानिंग हुई थी. मगर उनकी सरकार जाने के बाद इस हवाई अड्डे के लिए बहुत कुछ नहीं किया गया. लंबे समय तक ये प्रोजेक्ट लटका रहा. 2014 के बाद हमने सभी प्रक्रियाएं तेजी से शुरू की और 6 साल पहले मैंने यहां आकर इसकी आधारशिला रखी. कई अड़चनों के बाद आज ये शानदार हवाई अड्डा बनकर तैयार है. उन्होंने कहा कि हमारे देश में आधारभूत संरचना को लेकर दशकों तक जो दृष्टिकोण रही उसमें सरकारों द्वारा लोगों की जरूरत से ज्यादा वोट बैंक को प्राथमिकता दी गई. इस वजह से अक्सर ऐसी परियोजनाओं पर हजारों करोड़ रुपए खर्च किए गए जिसकी जरूरत नहीं थी.

  • PM Narendra Modi inaugurates Manohar International Airport, Mopa in Goa

    Its foundation stone was laid by him in November 2016. This will be the second airport in Goa, the first one being located at Dabolim. pic.twitter.com/VH2E2rIGNE

    — ANI (@ANI) December 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विभिन्न उपचार पद्धतियों को आजमाने के बाद दुनिया आयुर्वेद की ओर लौट रही है - इससे पहले पीएम मोदी ने गोवा स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, गाजियाबाद स्थित राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान और दिल्ली स्थित राष्ट्रीय होम्योपैथी संस्थान का गोवा से उद्घाटन किया. मोदी नौवें विश्व आयुर्वेद सम्मेलन और आरोग्य 'एक्सपो' के समापन सत्र को संबोधित करने के लिए आज दोपहर गोवा पहुंचे थे. आयुर्वेद सम्मेलन में 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दुनिया विभिन्न उपचार शैलियों को आजमाकर आयुर्वेद की प्राचीन उपचार पद्धति की ओर लौट रही है.

  • गोवा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पणजी में 9वें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस (WAC) के समापन समारोह में AIIMS के आयुष अस्पताल का उद्घाटन किया। इसी के साथ उन्होंने उत्तर प्रदेश के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ यूनानी मेडिसिन और दिल्ली के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथी का वर्चुअल उद्घाटन किया। pic.twitter.com/f6bPh9nPTK

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) December 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने कहा, 'दुनिया ने उपचार के कई तरीके आजमाए हैं और अब यह आयुर्वेद की प्राचीन पद्धति की ओर लौट रही है. आयुर्वेद न केवल शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि समग्र स्वास्थ्य की बात करता है.' प्रधानमंत्री ने 30 से अधिक देशों में आयुर्वेद को एक पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली के रूप में स्वीकार किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, 'हमें इसका और देशों में प्रसार करना चाहिए और आयुर्वेद को मान्यता देनी चाहिए.'

मोदी ने कहा कि आयुष उद्योग आठ साल पहले (2014 में जब उन्होंने पीएम का पद संभाला था) 20,000 करोड़ रुपये का था, जो बढ़कर 1.50 लाख करोड़ रुपये का हो गया है. उन्होंने कहा, 'वैश्विक बाजार और बढ़ रहा है तथा हमें औषधीय पौधरोपण से लाभ उठाने की कोशिश करनी चाहिए.' मोदी कहा कि इससे अधिक रोजगार पैदा होंगे. प्रधानमंत्री ने आयुर्वेद के लिए साक्ष्य-आधारित डेटाबेस के निर्माण की आवश्यकता को भी रेखांकित किया, जो आधुनिक विज्ञान के मापदंडों को पूरा करेगा.

उन्होंने कहा, 'आधुनिक विज्ञान व उपचार साक्ष्य-आधारित डेटाबेस पर भरोसा करते हैं. आयुर्वेद क्षेत्रों को इस तरह का एक डेटाबेस तैयार करने की आवश्यकता है. केंद्र सरकार के आयुष पोर्टल पर पहले से ही करीब 40,000 शोध अध्ययन अपलोड किए जा चुके हैं.' प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के दौरान मंत्रालय ने कम से कम 150 विशिष्ट शोध अध्ययन पेश किए. उन्होंने घोषणा की कि देश में जल्द ही एक राष्ट्रीय आयुष अनुसंधान संघ स्थापित किया जाएगा.

ये भी पढ़ें - विकसित भारत के निर्माण का मंत्र है राज्य का विकास:पीएम मोदी

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Dec 11, 2022, 8:23 PM IST
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