वाराणसी: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले बीजेपी कार्यकर्ताओं को मजबूत करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10,000 से ज्यादा बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ मंगलवार को वर्चुअल बातचीत करेंगे. इसे लेकर सोमवार को संवाद कार्यक्रम की तैयारी को लेकर भाजपा, काशी क्षेत्र के आईटी व सोशल मीडिया कार्यकर्ताओं की वर्चुअल बैठक हुई. बैठक में भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा ने कहा कि कम खर्च में तीव्र गति से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी बात पहुंचाने का सबसे सशक्त माध्यम सोशल मीडिया है. काशी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जनवरी को 11 बजे नमो ऐप के माध्यम से अपने वाराणसी संसदीय क्षेत्र के जिला एवं महानगर के 10 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे.
इसके लिए आईटी व सोशल मीडिया के कार्यकर्ताओं को दायित्व दिया है कि वो प्रत्येक बूथ कार्यकर्ता से ज्यादा से ज्यादा संख्या में नमो एप डाउनलोड करवाएं, विशेषकर त्रिदेव (बूथ अध्यक्ष, बूथ प्रभारी एवं बीएलए 2 को मंगलवार को 11 बजे से पूर्व नमो ऐप अपने मोबाइल में डाउनलोड करवाएं और नमो ऐप के माध्यम से अपने सुझाव या प्रश्न प्रधानमंत्री तक पहुंचाएं. प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा ने कहा कि काशी क्षेत्र के अन्तर्गत कई विधानसभाएं आती हैं. अगर प्रत्येक विधानसभा के 100 व्हाट्सअप ग्रुप बन जाएं, तो हमें अपनी बात घर-घर जनता के बीच पहुंचाना आसान होगा. बैठक की अध्यक्षता करते हुए भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव ने कहा कि कोविड के कारण चुनाव आयोग ने रैली, रोड शो, पदयात्रा आदि पर रोक लगायी है. इस वजह से इस बार का चुनाव सोशल मीडिया पर केंद्रित होगा. मंगलवार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नमो ऐप के माध्यम से अपने संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी के इस संवाद कार्यक्रम में अधिक से अधिक कार्यकर्ता जुड़ें, इसके लिए बूथ के सभी कार्यकर्ताओं को नमो ऐप डाउनलोड करवाने का दायित्व आईटी व सोशल मीडिया के कार्यकर्ताओं को सौंपा गया है. इसके लिए कहा गया है कि 20-20 कार्यकर्ताओं की टीम बनाएं, प्रत्येक कार्यकर्ता 5 लोगों को नमो ऐप डाउन लोड करवाएं. नमो ऐप के माध्यम से हम अपने सुझाव एवं प्रश्न भी प्रधानमंत्री मोदी तक पहुंचाएं.
भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के साढ़े तीन करोड़ लाभार्थी हैं. आईटी व सोशल मीडिया के कार्यकर्ता इन लाभार्थियों से संवाद करें और उनके छोटे वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करें. भारतीय जनता पार्टी के साइबर योद्धाओं के लिए चुनाव की कमान संभालने का यही सही वक्त है.