मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को यहां कहा कि देश को जाति और धर्म के नाम पर पीछे ले जाने की कोशिश की जा रही है. लोगों का ध्यान भूख और रोजगार जैसे बुनियादी मुद्दों से भटकाया जा रहा है. पवार की यह टिप्पणी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे (MNS chief Raj Thackeray) की एक रैली से पहले आई है, जिन्होंने इस महीने की शुरुआत में यह मांग करते हुए महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस सरकार को घेरने की कोशिश की थी कि मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर हटाए जाएं.
पवार ने यहां एक कार्यक्रम में सवाल किया कि क्या ऐसी मांगों से वास्तविक मुद्दों का समाधान हो जाएगा. उन्होंने कहा, 'हम हाल के समय में देख रहे हैं कि जाति और धर्म के नाम पर देश को पीछे ले जाने की कोशिश की जा रही है. आज लोगों से संबंधित बुनियादी मुद्दे क्या हैं?' पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'मूल्य वृद्धि, खाद्यान्न, बेरोजगारी, गरिमा के साथ जीने का मुद्दा है लेकिन कोई भी उन पर ध्यान नहीं दे रहा है.'
उन्होंने राज ठाकरे का नाम लिए बिना रविवार को औरंगाबाद में मनसे प्रमुख की निर्धारित रैली के बारे में समाचार चैनल की खबरों का उल्लेख भी किया. पवार ने सवाल किया, '(मनसे कह रही है) ये करेगी, वो करेगी…हनुमान के नाम पर करेगी….क्या ये मांगें आपकी बेरोजगारी की समस्या का समाधान करेंगी? क्या इससे आपकी भूख की समस्या दूर हो जाएगी?'
उन्होंने कहा कि 'कुछ तत्वों' ने बुनियादी मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाकर अपना स्वार्थ हासिल करने का फैसला किया है और इसका प्रचार हो रहा है. राकांपा प्रमुख ने कहा कि अगर 'इन तत्वों' को जवाब देना है तो छत्रपति शाहू महाराज, महात्मा ज्योतिबा फुले और बाबासाहेब आंबेडकर जैसे प्रतिष्ठित सुधारकों की विचारधारा का पालन करना चाहिए.
इस मौके पर महाराष्ट्र के मंत्री और राकांपा नेता छगन भुजबल और जयंत पाटिल भी मौजूद थे.
पढ़ें- 'मातोश्री'-हनुमान चालीसा विवाद : राणा दंपति को नहीं मिली जमानत, 2 मई को आएगा फैसला
पढ़ें- मनसे का एलान, मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं उतरे तो अक्षय तृतीया पर करेंगे महाआरती
(पीटीआई-भाषा)