पीलीभीत: देश के कई राज्यों में भारी बारिश से तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और केरल में स्थिति भयावह है. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत और लखीमपुर खीरी में हालात इतने बिगड़ गये की सेना को राहत बचाव अभियान चलाना पड़ा. अचानक आयी बाढ़ से लोग त्रस्त हो गये. लोगों ने पेड़ों पर चढ़कर अपनी जान बचायी. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के हजारा थाना क्षेत्र के गांव नवरसा से एक भयभीत कर देने वाली खबर सामने आई है. यहां के रहने वाले जलालुद्दीन, रमजानी, हसन, मोहित, अरशद समेत कई लोग भारी बारिश की चपेट में आ गए. कई लोग दूध का व्यापार करते हैं, जो दूध बेचने के लिए कंबोज नगर चौकी क्षेत्र के तिल्ला नंबर 4 के पास गए थे, लेकिन पानी भर जाने से वे लोग नदी में ही फंस गए. इन लोगों ने पेड़ पर बैठकर बमुश्किल अपनी जान बचाई और जिला प्रशासन से मदद मांगने के लिए अपना वीडियो बनाया. प्रशासनिक अधिकारियों को वीडियो भेजकर खुद के बाढ़ में फंसे होने की जानकारी दी. इसके बाद अब जिला प्रशासन एसएसबी और एनडीआरएफ की टीम के साथ इन लोगों को रेस्क्यू करने की कवायद कर रहा है.
बीच मझधार में फंसे लोगों का रेस्क्यू करने के लिए सेना का हेलीकॉप्टर मौसम ठीक होते ही पीलीभीत पहुंच गया था. सेना के जवानों ने सफल रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देते हुए बाढ़ में फंसे सभी लोगों का रेस्क्यू कर उन्हें बाहर निकाल लिया है. वहीं धकिया गांव के रहने वाले बख्तावर सिंह, मानक सिंह, दलेर सिंह, मनजीत सिंह, कुलवीर सिंह समेत आधा दर्जन से अधिक लोग अपने खेतों की रखवाली करने गए थे. इस दौरान सोमवार देर रात अचानक नदी में पानी भर गया. जल का स्तर बढ़ता देख सभी लोगों ने ट्रैक्टर पर बैठकर खुद की जान बचाई. घर वालों को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी. इसके बाद घरवालों की सूचना पर जिला प्रशासन मौके पर पहुंचा और इन लोगों का रेस्क्यू शुरू किया गया, लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण सफलता नहीं मिल सकी. जिलाधिकारी पुलकित खरे के अनुरोध पर शासन ने सेना के माध्यम से बीच मझधार में फंसे इन लोगों का रेस्क्यू कराने का निर्णय लिया है.
लखीमपुर खीरी में तबाही का मंजर
उत्तराखंड के बनबसा बैराज से छोड़े गए पानी से शारदा ऊफान पर है. खीरी-पीलीभीत जिले की सीमा में बसे नहरोसा गांव के छह लोग एक टापू पर शारदा नदी में बाढ़ में फंस गए. इन लोगों को एसएसबी जवानों ने जान की बाजी लगाकर जिंदा बचा लिया है. खीरी जिले से सटे जनपद पीलीभीत के नहरोसा में शारदा नदी में बनबसा बैराज से छोड़े गए साढ़े पांच लाख क्यूसेक पानी से अचानक शारदा नदी में सैलाब आ गया. शारदा नदी के बीचो-बीच टापू पर कुछ लोग अपने जानवरों के साथ रुके हुए थे, लेकिन शारदा नदी में इतना ज्यादा पानी आ गया कि इन की जान खतरे में पड़ गई. इसकी खबर फोन पर किसी तरह हजारा थाने को दी गई.
हजारा थाने की पुलिस ने तुरंत एसएसबी के जवानों से मदद मांगी. एसएसबी के 39वीं वाहिनी के कमांडेंट मुन्ना सिंह ने गदनिया पलियाकलां से तुरंत पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. तेज रफ्तार धार में जान की बाजी लगाकर जवान नाव लेकर धार को चीरते पीड़ितों तक पहुंचे और नाव पर सभी को सुरक्षित बचाकर ले आए.
इन लोगों की बची जान
एसएसबी 39 वाहिनी के जवानों ने जिन लोगों की जान बचाई, उनमें जलाल खां पुत्र शेरखान उम्र 45 वर्ष, नसीमुद्दीन पुत्र से नरवर आलम उम्र 35 वर्ष, अकरम पुत्र जलालुद्दीन उम्र 22 वर्ष, असजाद पुत्र जलालुद्दीन उम्र 28 वर्ष शामिल हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन करीब ढाई घंटे तक चला.
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