तिरुवनंतपुरम : विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार ने सही इरादे से अग्निपथ योजना स्वीकृति दी है, जबकि कुछ लोग गलतफहमी के कारण आंदोलन कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार युवाओं की चिंताओं के प्रति संवेदनशील है और उन्हें दूर करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी. सरकार ने सही इरादे से अग्निपथ योजना लाई है, शायद कुछ लोग गलतफहमी आंदोलन कर रहे हैं. सरकार नागरिकों के मुद्दों के प्रति संवेदनशील है और आज उम्र 23 हो गई है. उन्हें विचार करना चाहिए कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने युवाओं की चिंताओं के प्रति हमेशा विचारशील रहे हैं और इसे दूर करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.
सशस्त्र बलों में नई भर्ती योजना के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. कुछ जगहों पर, विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए क्योंकि ट्रेनों में आग लगा दी गई. तेलंगाना के सिकंदराबाद में नई घोषित सैन्य भर्ती नीति, अग्निपथ के विरोध हिंसक हो गया और उसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है. इससे पूर्व प्रदर्शनकारियों ने बिहार के समस्तीपुर में एक ट्रेन के डिब्बों और लखीसराय स्टेशन पर एक अन्य ट्रेन के डिब्बों में आग लगा दी.
विशेष रूप से, सरकार द्वारा 14 जून को सशस्त्र बलों की भर्ती प्रक्रिया में बदलाव लाने के प्रयास में अग्निपथ योजना शुरू की गई थी. नई सैन्य भर्ती योजना को विपक्ष के विरोध का सामना करना पड़ रहा है, केंद्र ने अग्निवीरों की भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा में बदलाव लाने का फैसला किया है. एकमुश्त छूट देते हुए केंद्र ने 16 जून, 2022 को घोषणा की कि अग्निपथ योजना के माध्यम से भर्ती के लिए अग्निवीर की ऊपरी आयु सीमा 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी गई है. अग्निपथ योजना के तहत चुने गए युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा. अग्निवीर देशभक्त और प्रेरित युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सशस्त्र बलों में सेवा करने की अनुमति देता है.
यह भी पढ़ें-अग्निपथ योजना : रक्षा विशेषज्ञ बोले, कहीं रूसी सेना जैसी हालत न हो जाए !
एएनआई