ETV Bharat / bharat

महारानी 'हो' और राजा सूरो की याद में बन रहा स्मारक, कोरियाई शैली में होगा तैयार - सूरो की याद में बन रहा स्मारक

अयोध्या में सरयू तट पर महारानी 'हो' और कोरियाई राजा 'सुरो' की स्मृति पार्क भारत और दक्षिण कोरिया के संबंधों को मजबूत करेगी. इस पार्क को भारतीय व दक्षिण कोरिया की शैली पर तैयार किया जा रहा है.

महारानी 'हो' और राजा सूरो की याद में बन रहा स्मारक
महारानी 'हो' और राजा सूरो की याद में बन रहा स्मारक
author img

By

Published : Dec 31, 2020, 3:33 PM IST

लखनऊ : राम नगरी अयोध्या के सरयू तट पर महारानी 'हो' व कोरियाई राजा 'सूरो' की स्मृति में पार्क विकसित हो रहा है. ये पार्क भारत और दक्षिण कोरिया के संबंधों को नए सिरे से मजबूत करेगा. इस पार्क को भारतीय व दक्षिण कोरिया की शैली पर तैयार किया जा रहा है, जिसके लिए दक्षिण कोरिया के आर्किटेक्ट कीमती लकड़ियों के साथ अयोध्या पहुंच गए हैं.

रानी हो व राजा की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र होगी
पार्क में कोरियाई स्थापत्य कला का बेहतरीन नमूना प्रतिष्ठित किया जा रहा है, जिसमें कोरियाई राजा सूरो व राजकुमारी 'हो' के स्मारक देखने को मिलेंगे. इस पार्क में बुद्ध भगवान की प्रतिमा को नतमस्तक करती हुई रानी 'हो' व राजा की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र होगी.

अयोध्या में कोरियाई राजा सुरो और महारानी की याद में बनेगा स्मारक.
अयोध्या में कोरियाई राजा सुरो और महारानी की याद में बनेगा स्मारक.
दो हजार वर्ष पुरानी अयोध्या व कोरिया की साझी विरासत का हो सकेगा दर्शनइस पार्क में रानी 'हो' तथा राजा सूरो का पैवेलियन बनेगा. पैवेलियन पूरी तरह कोरियाई शैली में ही निर्मित होगा. वहीं रानी 'हो' का पवेलियन भारतीय शैली में होगा. पश्चिम दिशा में दीवारनुमा ढांचे पर पेड़ पौधे लगाए जाएंगे. बगल में ही दो हजार लोगों की क्षमता का ओपन थियेटर भी बनेगा. इसके जरिए दो हजार वर्ष पुरानी अयोध्या व कोरिया की साझी विरासत का दर्शन हो सकेगा.
अयोध्या में कोरियाई राजा सुरो और महारानी की याद में बनेगा स्मारक

पढ़ें : अयोध्या पहुंचे प्रमुख सचिव सिंचाई टी वेंकटेश, व्यवस्थाओं का लिया जायजा
कोरियाई राजा सूरो से अयोध्या की रानी 'हो' का हुआ था विवाह
दो हजार वर्ष पहले कोरियाई राजा सूरो से अयोध्या की रानी 'हो' का विवाह हुआ था. इस वजह से कोरियाई लोग अयोध्या से अगाध प्रेम करते हैं. प्रतिवर्ष कोरियाई दल अयोध्या आकर पूर्व निर्मित रानी 'हो' के स्मारक में श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं. राजा सूरो के स्मारक के लिए कोरिया से वर्षों पुरानी लकड़ी, पैड, पिलर व छतरी में प्रयुक्त होने वाली लकड़ी अयोध्या पहुंच गई है. यह लगभग एक हजार पीस है. इसे आपस में समायोजित कर पार्क का मुख्य भाग बनाया जाएगा. यह कार्य 10 दिन में होना है, तब तक यह दल अयोध्या में ही ठहरेगा. एक कोरियाई आर्किटेक्ट ने बताया कि राजा सूरो का बनने वाला पैवेलियन पूरी तरह कोरियाई शैली में निर्मित होगा.

लखनऊ : राम नगरी अयोध्या के सरयू तट पर महारानी 'हो' व कोरियाई राजा 'सूरो' की स्मृति में पार्क विकसित हो रहा है. ये पार्क भारत और दक्षिण कोरिया के संबंधों को नए सिरे से मजबूत करेगा. इस पार्क को भारतीय व दक्षिण कोरिया की शैली पर तैयार किया जा रहा है, जिसके लिए दक्षिण कोरिया के आर्किटेक्ट कीमती लकड़ियों के साथ अयोध्या पहुंच गए हैं.

रानी हो व राजा की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र होगी
पार्क में कोरियाई स्थापत्य कला का बेहतरीन नमूना प्रतिष्ठित किया जा रहा है, जिसमें कोरियाई राजा सूरो व राजकुमारी 'हो' के स्मारक देखने को मिलेंगे. इस पार्क में बुद्ध भगवान की प्रतिमा को नतमस्तक करती हुई रानी 'हो' व राजा की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र होगी.

अयोध्या में कोरियाई राजा सुरो और महारानी की याद में बनेगा स्मारक.
अयोध्या में कोरियाई राजा सुरो और महारानी की याद में बनेगा स्मारक.
दो हजार वर्ष पुरानी अयोध्या व कोरिया की साझी विरासत का हो सकेगा दर्शनइस पार्क में रानी 'हो' तथा राजा सूरो का पैवेलियन बनेगा. पैवेलियन पूरी तरह कोरियाई शैली में ही निर्मित होगा. वहीं रानी 'हो' का पवेलियन भारतीय शैली में होगा. पश्चिम दिशा में दीवारनुमा ढांचे पर पेड़ पौधे लगाए जाएंगे. बगल में ही दो हजार लोगों की क्षमता का ओपन थियेटर भी बनेगा. इसके जरिए दो हजार वर्ष पुरानी अयोध्या व कोरिया की साझी विरासत का दर्शन हो सकेगा.
अयोध्या में कोरियाई राजा सुरो और महारानी की याद में बनेगा स्मारक

पढ़ें : अयोध्या पहुंचे प्रमुख सचिव सिंचाई टी वेंकटेश, व्यवस्थाओं का लिया जायजा
कोरियाई राजा सूरो से अयोध्या की रानी 'हो' का हुआ था विवाह
दो हजार वर्ष पहले कोरियाई राजा सूरो से अयोध्या की रानी 'हो' का विवाह हुआ था. इस वजह से कोरियाई लोग अयोध्या से अगाध प्रेम करते हैं. प्रतिवर्ष कोरियाई दल अयोध्या आकर पूर्व निर्मित रानी 'हो' के स्मारक में श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं. राजा सूरो के स्मारक के लिए कोरिया से वर्षों पुरानी लकड़ी, पैड, पिलर व छतरी में प्रयुक्त होने वाली लकड़ी अयोध्या पहुंच गई है. यह लगभग एक हजार पीस है. इसे आपस में समायोजित कर पार्क का मुख्य भाग बनाया जाएगा. यह कार्य 10 दिन में होना है, तब तक यह दल अयोध्या में ही ठहरेगा. एक कोरियाई आर्किटेक्ट ने बताया कि राजा सूरो का बनने वाला पैवेलियन पूरी तरह कोरियाई शैली में निर्मित होगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.