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फीस जमा करने में असफल छात्रा ने की खुदकुशी, स्कूल प्रबंधन बना रहा था दबाव - 10वीं कक्षा की छात्रा ने खुदकुशी कर ली

हैदराबाद में एक निजी स्कूल की 10वीं कक्षा की छात्रा ने खुदकुशी कर ली. बता दें माता-पिता छात्रा की बकाये फीस भरने में असमर्थ थे.

छात्रा ने खुदकुशी की
छात्रा ने खुदकुशी की
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Published : Feb 12, 2021, 7:39 PM IST

Updated : Feb 12, 2021, 8:18 PM IST

हैदराबाद : मजदूर माता-पिता द्वारा स्कूल की बकाये फीस को नहीं भर पाने के कारण हैदराबाद में एक निजी स्कूल की 10वीं कक्षा की छात्रा ने खुदकुशी कर ली. स्कूल स्टाफ 15 साल की यशस्विनी पर कथित तौर पर 3,000 रुपये का भुगतान करने का दबाव बना रहा था.

माता-पिता ने कहा कि वह उदास थी क्योंकि वह अपनी पढ़ाई जारी रखने में असमर्थ थी. उसने स्कूल जाना बंद कर दिया था. उसके माता-पिता ने पुलिस को बताया कि जब वे गुरुवार शाम को काम से घर लौटे, तो उन्होंने छात्रा को घर के अंदर से बंद पाया. चूंकि बार-बार खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला, इसलिए उन्होंने दरवाजे की कुंडी तोड़ दी और बेटी को रस्सी से लटका हुआ पाया.

मृत छात्रा के परिवार की शिकायत पर राचकोंडा पुलिस कमिश्नरेट के तहत नेरेदमेत पुलिस स्टेशन ने संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने का मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी. पुलिस ने कहा कि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. नेरेदमेत के इंस्पेक्टर ए नरसिम्हा स्वामी ने कहा वित्तीय समस्याओं के कारण माता-पिता फीस भुगतान नहीं कर सके. वह जाहिर तौर पर उदास थी और इतना बड़ा कदम उठा लिया. पुलिस अधिकारी ने हालांकि कहा कि लड़की के माता-पिता ने स्कूल द्वारा उत्पीड़न की शिकायत नहीं की है.

पढ़ें : चाइल्ड पोर्नोग्राफी मामला: CBI ने जेई और उसकी पत्नी की बांदा कोर्ट में चार्जशीट की दाखिल

लड़की के माता-पिता ने कहा कि उन्होंने लॉकडाउन के दौरान कमाई कम होने के बावजूद फीस के रूप में 15,000 रुपये का भुगतान किया था और बाद में बकाया भुगतान करने का वादा किया था. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी ने अपमान का सामना करने के कारण स्कूल जाना बंद कर दिया था. कोविड महामारी के कारण लगभग 10 महीने के बाद हैदराबाद और तेलंगाना के बाकी हिस्सों में नौवीं कक्षा और उससे ऊपर के लिए स्कूल 1 फरवरी को फिर से खुल गए.

हैदराबाद : मजदूर माता-पिता द्वारा स्कूल की बकाये फीस को नहीं भर पाने के कारण हैदराबाद में एक निजी स्कूल की 10वीं कक्षा की छात्रा ने खुदकुशी कर ली. स्कूल स्टाफ 15 साल की यशस्विनी पर कथित तौर पर 3,000 रुपये का भुगतान करने का दबाव बना रहा था.

माता-पिता ने कहा कि वह उदास थी क्योंकि वह अपनी पढ़ाई जारी रखने में असमर्थ थी. उसने स्कूल जाना बंद कर दिया था. उसके माता-पिता ने पुलिस को बताया कि जब वे गुरुवार शाम को काम से घर लौटे, तो उन्होंने छात्रा को घर के अंदर से बंद पाया. चूंकि बार-बार खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला, इसलिए उन्होंने दरवाजे की कुंडी तोड़ दी और बेटी को रस्सी से लटका हुआ पाया.

मृत छात्रा के परिवार की शिकायत पर राचकोंडा पुलिस कमिश्नरेट के तहत नेरेदमेत पुलिस स्टेशन ने संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने का मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी. पुलिस ने कहा कि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. नेरेदमेत के इंस्पेक्टर ए नरसिम्हा स्वामी ने कहा वित्तीय समस्याओं के कारण माता-पिता फीस भुगतान नहीं कर सके. वह जाहिर तौर पर उदास थी और इतना बड़ा कदम उठा लिया. पुलिस अधिकारी ने हालांकि कहा कि लड़की के माता-पिता ने स्कूल द्वारा उत्पीड़न की शिकायत नहीं की है.

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लड़की के माता-पिता ने कहा कि उन्होंने लॉकडाउन के दौरान कमाई कम होने के बावजूद फीस के रूप में 15,000 रुपये का भुगतान किया था और बाद में बकाया भुगतान करने का वादा किया था. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी ने अपमान का सामना करने के कारण स्कूल जाना बंद कर दिया था. कोविड महामारी के कारण लगभग 10 महीने के बाद हैदराबाद और तेलंगाना के बाकी हिस्सों में नौवीं कक्षा और उससे ऊपर के लिए स्कूल 1 फरवरी को फिर से खुल गए.

Last Updated : Feb 12, 2021, 8:18 PM IST
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