चिकमगलुरु (कर्नाटक) : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने सोमवार को दावा किया कि कांग्रेस नेता सिद्धरमैया के चुनाव लड़ने के लिए पाकिस्तान सुरक्षित स्थान होगा क्योंकि यह उनकी 'मानसिकता' के अनुकूल है. रवि ने यह तीखी प्रतिक्रिया तब की जब उनसे सिद्धरमैया के कोलार से चुनाव लड़ना की इच्छा व्यक्त किए जाने का जिक्र किया गया. उन्होंने कहा कि मेरे विचार से पाकिस्तान उनके (सिद्धरमैया के) लिए सुरक्षित है.
रवि ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी मानसिकता के लिए पाकिस्तान सुरक्षित है क्योंकि वहां पर (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी या (मुख्यमंत्री) बसवराज बोम्मई या (पूर्व मुख्यमंत्री) बीएस येदियुरप्पा नहीं हैं. अगर वह जाते हैं तो वहां पर (कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष) डी के शिवकुमार या (कांग्रेस नेता) जी परमेश्वर या (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अध्ययक्ष मल्लिकार्जुन) खरगे भी परेशानी खड़ी करने के लिए नहीं हैं. इसलिए पाकिस्तान सुरक्षित है.
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हावेरी के रानीबेन्नूर में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी मानसिकता के लिए, पाकिस्तान सुरक्षित है, क्योंकि वहां कोई (प्रधान मंत्री) मोदी या (सीएम) बसवराज बोम्मई या (पूर्व सीएम) येदियुरप्पा नहीं हैं. अगर वह वहां जाते हैं, तो वहां उन्हें परेशान करने के लिए डीके शिवकुमार (केपीसीसी प्रमुख) या जी परमेश्वर (कांग्रेस नेता) या खड़गे (एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे) नहीं होंगे. इसलिए, पाकिस्तान सुरक्षित है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस डूबता जहाज है. गुजरात में पिछले चुनाव (2017) में कांग्रेस ने 77 सीटें जीती थीं. लेकिन इस बार 17 सीटों पर ही जीत मिली थी. यानी कांग्रेस को 60 सीटों का नुकसान हुआ है. तो डूबते जहाज पर कौन जाता है? कर्नाटक में भी ऐसी ही स्थिति है. कांग्रेस पार्टी से कई लोग बीजेपी में शामिल होने को तैयार हैं. हालांकि, हम उनपर विचार करके ही उन्हें पार्टी में शामिल करेंगे.
कांग्रेस पार्टी की प्रजाध्वनि यात्रा के बारे में बात करते हुए सीटी रवि ने कहा कि प्रजाध्वनी का मतलब है कि लोगों को बोलना चाहिए. यह जनता की नहीं कांग्रेस की आवाज है. कांग्रेस के लोग समझाते हैं और साथ ही वे हमसे डरे हुए भी है. नागरिकों को लूटने वाले कांग्रेसी हमारे खिलाफ बोल रहे हैं. इस महीने की शुरुआत में, सिद्धारमैया ने घोषणा की थी कि अगर पार्टी आलाकमान सहमत होता है तो वह कोलार से चुनाव लड़ेंगे. सिद्धारमैया ने 2018 के विधानसभा चुनावों में, दो सीटों - चामुंडेश्वरी और बादामी - से चुनाव लड़ा था, लेकिन केवल दूसरी सीट पर जीत हासिल की थी.