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OXFAM रिपोर्ट : कोरोना महामारी के बाद छह गुना बढ़ी भुखमरी - भुखमरी कोविड-19

OXFAM की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में संघर्ष, कोविड-19 और जलवायु संकट से उत्पन्न भुखमरी से हर मिनट 11 लोगों के मरने की संभावना है. यह दर वर्तमान महामारी की मृत्यु दर से अधिक है. वहीं, महामारी के बीच भुखमरी के शिकार कुछ सबसे संघर्षग्रस्त देशों में हथियारों की बिक्री में तेजी आई है.

OXFAM रिपोर्ट
OXFAM रिपोर्ट
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Published : Jul 11, 2021, 6:01 AM IST

Updated : Jul 12, 2021, 2:45 PM IST

हैदराबाद : ऑक्सफैम (OXFAM) ने 2020 में, अपनी रिपोर्ट 'द हंगर वायरस' में चेतावनी दी थी कि भुखमरी कोविड-19 से भी अधिक घातक साबित हो सकती है. इस साल, दो करोड़ और लोग खाद्य असुरक्षा के दायरे में आ गए हैं, अब यह दायरा 55 देशों में कुल 155 मिलियन लोगों तक पहुंच गया है. कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से, अकाल जैसी परिस्थितियों में रहने वाले लोगों की संख्या छह गुना बढ़कर 5,20,000 से अधिक हो गई है.

  • आज दुनियाभर में संघर्ष, कोविड-19 और जलवायु संकट से उत्पन्न भुखमरी से हर मिनट 11 लोगों के मरने की संभावना है. यह दर वर्तमान महामारी की मृत्यु दर से अधिक है, जिससे प्रति मिनट सात लोगों की मौत हो रही है.
  • महामारी शुरू होने के बाद से संघर्ष, भुखमरी का सबसे बड़ा कारक था, यह 23 युद्धग्रस्त देशों में लगभग 100 मिलियन लोगों को संकट या खाद्य असुरक्षा के बदतर स्तर पर धकेल रहा था.
  • कोरोन वायरस से लड़ने के लिए भले ही सरकारों को बड़े पैमाने पर नए संसाधन प्रवाह खोजने पड़े, लेकिन वैश्विक सैन्य खर्च में पिछले साल 2.7% की वृद्धि हुई, जो संयुक्त राष्ट्र मानवीय खाद्य सुरक्षा अपील को कवर करने के लिए पर्याप्त है. भुखमरी के शिकार कुछ सबसे संघर्षग्रस्त देशों में हथियारों की बिक्री में तेजी आई है.
  • महामारी के बाद से भुखमरी का सबसे गंभीर स्तर बढ़ गया है. इथियोपिया, मेडागास्कर, साउथ सूडान और यमन में अकाल जैसी स्थितियों का सामना करने वाले लोगों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, जो 5,21,814 लोगों तक पहुंच गई है.
  • वर्ष 2019 के अंत में कोविड महामारी शुरू होने के बाद से यह 500% से अधिक की वृद्धि है, जब साउथ सूडान और यमन में 84,500 लोग अकाल जैसी स्थिति में थे.
  • कोविड-19 के कारण आर्थिक गिरावट, वैश्विक भूख संकट (global hunger crisis) का दूसरा प्रमुख कारक था, जिससे गरीबी बढ़ रही थी और इसने दुनियाभर में बढ़ती असमानता को उजागर किया. अत्यधिक गरीबी में रहने वाले लोगों की अनुमानित संख्या 2021 के अंत तक 745 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है, महामारी शुरू होने के बाद से इसमें 100 मिलियन की वृद्धि हुई है.
  • हाशिये पर रहने वाले समूहों, विशेष रूप से महिलाओं, विस्थापित लोगों और अनौपचारिक श्रमिकों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. महामारी की आर्थिक तबाही से निपटने के लिए 2.7 बिलियन लोगों को कोई सार्वजनिक वित्तीय सहायता नहीं मिली है.
  • इस बीच, महामारी के दौरान अमीर और अमीर होते रहे. 10 सबसे अमीर लोगों (जिनमें से नौ पुरुष हैं) की संपत्ति में पिछले साल 413 बिलियन डॉलर की वृद्धि हुई, जो 2021 के लिए संयुक्त राष्ट्र की संपूर्ण मानवीय अपील को 11 गुना से अधिक कवर करने के लिए पर्याप्त है.
  • जलवायु संकट इस वर्ष वैश्विक भुखमरी का तीसरा महत्वपूर्ण कारण था. रिकॉर्ड-तोड़ तूफान और बाढ़ सहित लगभग 400 मौसम संबंधी आपदाएं, मध्य अमेरिका, दक्षिण पूर्व एशिया और अफ्रीका के हॉर्न में लाखों लोगों को प्रभावित किया, जहां लोग पहले से ही संघर्ष और कोविड-19 से संबंधित गरीबी के प्रभावों से पीड़ित थे.
    गंभीर रूप से भुखमरी के शिकार देश
    गंभीर रूप से भुखमरी के शिकार देश

समाधान और सिफारिशें
भुखमरी को खत्म करना संभव है. युद्ध में शामिल पक्षों को पहले शांति स्थापित करनी चाहिए, और सरकारों को अपने संसाधनों को हथियारों (संघर्ष और भुखमरी बढ़ाते हैं) के बजाय सामाजिक सुरक्षा और कार्यक्रमों पर केंद्रित करना चाहिए, जो कमजोर लोगों की जरूरतों को पूरा करते हैं और जीवन बचाते हैं. वैश्विक सैन्य खर्च में से सिर्फ डेढ़ दिन की बचत आठ बिलियन डॉलर के बराबर है, जो पूरे संयुक्त राष्ट्र की आपातकालीन खाद्य सुरक्षा अपील को फंड देने के लिए पर्याप्त होगी.

यह भी पढ़ें- भारत में बचपन अब भी भुखमरी की कगार पर : रिपोर्ट

भुखमरी के संकट को खत्म करने के लिए, महामारी से निपटने के बाद सरकारों को एक निष्पक्ष और अधिक टिकाऊ वैश्विक अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण करना चाहिए. उन्हें भुखमरी के प्रमुख कारकों से निपटना होगा और उन अंतर्निहित असमानताओं को मिटाना होगा, जो अमीर और गरीब लोगों के बीच की खाई को चौड़ा करती हैं. इसमें छोटी जोत वाले किसानों को उबरने में मदद करना, और बेहतर, सबसे टिकाऊ खाद्य प्रणालियों का निर्माण करना शामिल है.

लोगों की जान बचाने के लिए इन बातों पर हो जोर:

(1) संयुक्त राष्ट्र की मानवीय अपील के लिए फंडिंग करना, और सामाजिक सुरक्षा के लिए एक वैश्विक कोष का समर्थन करना

(2) संघर्ष क्षेत्रों में मानवीय पहुंच की गारंटी देना और भुखमरी को युद्ध हथियार के रूप में उपयोग करना बंद करना

(3) शांति निर्माण में महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व को बढ़ावा देकर शांति स्थापित करें

(4) बेहतर, अधिक लचीला, और अधिक टिकाऊ खाद्य प्रणाली का निर्माण करनें

(5) सुनिश्चित करें कि महिलाएं महामारी प्रतिक्रिया और वसूली का नेतृत्व करें

(6) लोगों के टीके का समर्थन करें

(7) जलवायु संकट से निपटने के लिए तत्काल कार्रवाई करें

(OXFAM report)

हैदराबाद : ऑक्सफैम (OXFAM) ने 2020 में, अपनी रिपोर्ट 'द हंगर वायरस' में चेतावनी दी थी कि भुखमरी कोविड-19 से भी अधिक घातक साबित हो सकती है. इस साल, दो करोड़ और लोग खाद्य असुरक्षा के दायरे में आ गए हैं, अब यह दायरा 55 देशों में कुल 155 मिलियन लोगों तक पहुंच गया है. कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से, अकाल जैसी परिस्थितियों में रहने वाले लोगों की संख्या छह गुना बढ़कर 5,20,000 से अधिक हो गई है.

  • आज दुनियाभर में संघर्ष, कोविड-19 और जलवायु संकट से उत्पन्न भुखमरी से हर मिनट 11 लोगों के मरने की संभावना है. यह दर वर्तमान महामारी की मृत्यु दर से अधिक है, जिससे प्रति मिनट सात लोगों की मौत हो रही है.
  • महामारी शुरू होने के बाद से संघर्ष, भुखमरी का सबसे बड़ा कारक था, यह 23 युद्धग्रस्त देशों में लगभग 100 मिलियन लोगों को संकट या खाद्य असुरक्षा के बदतर स्तर पर धकेल रहा था.
  • कोरोन वायरस से लड़ने के लिए भले ही सरकारों को बड़े पैमाने पर नए संसाधन प्रवाह खोजने पड़े, लेकिन वैश्विक सैन्य खर्च में पिछले साल 2.7% की वृद्धि हुई, जो संयुक्त राष्ट्र मानवीय खाद्य सुरक्षा अपील को कवर करने के लिए पर्याप्त है. भुखमरी के शिकार कुछ सबसे संघर्षग्रस्त देशों में हथियारों की बिक्री में तेजी आई है.
  • महामारी के बाद से भुखमरी का सबसे गंभीर स्तर बढ़ गया है. इथियोपिया, मेडागास्कर, साउथ सूडान और यमन में अकाल जैसी स्थितियों का सामना करने वाले लोगों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, जो 5,21,814 लोगों तक पहुंच गई है.
  • वर्ष 2019 के अंत में कोविड महामारी शुरू होने के बाद से यह 500% से अधिक की वृद्धि है, जब साउथ सूडान और यमन में 84,500 लोग अकाल जैसी स्थिति में थे.
  • कोविड-19 के कारण आर्थिक गिरावट, वैश्विक भूख संकट (global hunger crisis) का दूसरा प्रमुख कारक था, जिससे गरीबी बढ़ रही थी और इसने दुनियाभर में बढ़ती असमानता को उजागर किया. अत्यधिक गरीबी में रहने वाले लोगों की अनुमानित संख्या 2021 के अंत तक 745 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है, महामारी शुरू होने के बाद से इसमें 100 मिलियन की वृद्धि हुई है.
  • हाशिये पर रहने वाले समूहों, विशेष रूप से महिलाओं, विस्थापित लोगों और अनौपचारिक श्रमिकों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. महामारी की आर्थिक तबाही से निपटने के लिए 2.7 बिलियन लोगों को कोई सार्वजनिक वित्तीय सहायता नहीं मिली है.
  • इस बीच, महामारी के दौरान अमीर और अमीर होते रहे. 10 सबसे अमीर लोगों (जिनमें से नौ पुरुष हैं) की संपत्ति में पिछले साल 413 बिलियन डॉलर की वृद्धि हुई, जो 2021 के लिए संयुक्त राष्ट्र की संपूर्ण मानवीय अपील को 11 गुना से अधिक कवर करने के लिए पर्याप्त है.
  • जलवायु संकट इस वर्ष वैश्विक भुखमरी का तीसरा महत्वपूर्ण कारण था. रिकॉर्ड-तोड़ तूफान और बाढ़ सहित लगभग 400 मौसम संबंधी आपदाएं, मध्य अमेरिका, दक्षिण पूर्व एशिया और अफ्रीका के हॉर्न में लाखों लोगों को प्रभावित किया, जहां लोग पहले से ही संघर्ष और कोविड-19 से संबंधित गरीबी के प्रभावों से पीड़ित थे.
    गंभीर रूप से भुखमरी के शिकार देश
    गंभीर रूप से भुखमरी के शिकार देश

समाधान और सिफारिशें
भुखमरी को खत्म करना संभव है. युद्ध में शामिल पक्षों को पहले शांति स्थापित करनी चाहिए, और सरकारों को अपने संसाधनों को हथियारों (संघर्ष और भुखमरी बढ़ाते हैं) के बजाय सामाजिक सुरक्षा और कार्यक्रमों पर केंद्रित करना चाहिए, जो कमजोर लोगों की जरूरतों को पूरा करते हैं और जीवन बचाते हैं. वैश्विक सैन्य खर्च में से सिर्फ डेढ़ दिन की बचत आठ बिलियन डॉलर के बराबर है, जो पूरे संयुक्त राष्ट्र की आपातकालीन खाद्य सुरक्षा अपील को फंड देने के लिए पर्याप्त होगी.

यह भी पढ़ें- भारत में बचपन अब भी भुखमरी की कगार पर : रिपोर्ट

भुखमरी के संकट को खत्म करने के लिए, महामारी से निपटने के बाद सरकारों को एक निष्पक्ष और अधिक टिकाऊ वैश्विक अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण करना चाहिए. उन्हें भुखमरी के प्रमुख कारकों से निपटना होगा और उन अंतर्निहित असमानताओं को मिटाना होगा, जो अमीर और गरीब लोगों के बीच की खाई को चौड़ा करती हैं. इसमें छोटी जोत वाले किसानों को उबरने में मदद करना, और बेहतर, सबसे टिकाऊ खाद्य प्रणालियों का निर्माण करना शामिल है.

लोगों की जान बचाने के लिए इन बातों पर हो जोर:

(1) संयुक्त राष्ट्र की मानवीय अपील के लिए फंडिंग करना, और सामाजिक सुरक्षा के लिए एक वैश्विक कोष का समर्थन करना

(2) संघर्ष क्षेत्रों में मानवीय पहुंच की गारंटी देना और भुखमरी को युद्ध हथियार के रूप में उपयोग करना बंद करना

(3) शांति निर्माण में महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व को बढ़ावा देकर शांति स्थापित करें

(4) बेहतर, अधिक लचीला, और अधिक टिकाऊ खाद्य प्रणाली का निर्माण करनें

(5) सुनिश्चित करें कि महिलाएं महामारी प्रतिक्रिया और वसूली का नेतृत्व करें

(6) लोगों के टीके का समर्थन करें

(7) जलवायु संकट से निपटने के लिए तत्काल कार्रवाई करें

(OXFAM report)

Last Updated : Jul 12, 2021, 2:45 PM IST
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