ETV Bharat / bharat

Kerala News : विपक्षी यूडीएफ ने मुख्यमंत्री की मीडिया पर की गई टिप्पणी की आलोचना की - केरल में पत्रकार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

मुख्यमंत्री द्वारा राज्य की मीडिया की आलोचना और एसएफआई नेता की शिकायत पर पत्रकार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने पर संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jun 11, 2023, 8:31 PM IST

तिरुवनंतपुरम: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के अमेरिका यात्रा के दौरान राज्य की मीडिया की आलोचना और स्टुडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) नेता की शिकायत के आधार पर एक पत्रकार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराना भारी पड़ गया. रविवार को कांग्रेस नीत विपक्षी पार्टी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी को आड़े हाथ लिया और उन पर प्रेस की स्वतंत्रता में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया.

विजयन ने शनिवार को राज्य में मीडिया घरानों के एक धड़े की आलोचना की थी और कहा था कि वे लोक केरल सभा के चल रहे अमेरिका क्षेत्रीय सम्मेलन को लेकर ‘आधारहीन झूठ’ फैला रहे हैं और बिना बात के विवाद खड़ा कर रहे हैं. इससे पहले राज्य पुलिस ने मलयालम चैनल के पत्रकार सहित पांच लोगों के खिलाफ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र इकाई के नेता की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की थी. वाम दल से जुड़ी इकाई के छात्र नेता व एसएफआई के राज्य सचिव पीएम अर्शो ने आरोप लगाया था कि आरोपी अंकपत्र विवाद में उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.

उक्त घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नीत यूडीएफ ने विजयन और उनकी सरकार की प्रेस की आजादी में कथित हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया और उनकी निंदा की.

पत्रकार के खिलाफ प्राथमिकी की सरकार में सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने भी आलोचना की है. भाकपा के वरिष्ठ नेता सी दिवाकरन ने कहा कि वह पत्रकार के खिलाफ कार्रवाई का विरोध करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि क्या गलत हुआ। लेकिन पत्रकार के खिलाफ कार्रवाई सही नहीं है.’’ वहीं, माकपा ने मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाया है और पार्टी के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने कहा कि पत्रकारिता के नाम पर सरकार विरोधी या एसएफआई विरोधी अभियान चलाने पर कार्रवाई की जाएगी.

वहीं, वाम सरकार के रुख पर, अमेरिका की यात्रा पर गए मुख्यमंत्री की टिप्पणी और पत्रकार के खिलाफ कार्रवाई का केरल कांग्रेस प्रदेश कमिटी अध्यक्ष (केपीसीसी) के सुधारकरन ने कड़ी आलोचना की है. सुधाकरन ने कहा कि केरल की वाम सरकार प्रेस की आजादी में हस्तक्षेप कर रही है और मीडिया को निशाना बना रही है. उन्होंने कहा कि विजयन लगातार कहते हैं कि भारत प्रेस की आजादी के मामले में 180 देशों में से 161वें रैंक पर है और वह स्वयं मीडिया की आजादी में हस्तक्षेप कर रहे हैं.

सुधाकरन ने दावा किया कि विजयन स्वयं (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी के भाई की तरह व्यवहार कर रहे हैं जिन्होंने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की आलोचना करने पर बीबीसी (ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन) और मीडियावन के खिलाफ बदले की कार्रवाई की थी. सुधाकरन की राय को साझा करते हुए केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक वी.डी.सतीशन ने कहा कि विजयन ‘मोदी की कार्यशैली’ को अपना रहे हैं और विरोधियों की आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के मुरलीधरन ने भी विजयन की अमेरिका में केरल की मीडिया को लेकर की गई टिप्पणी के लिए आलोचना की और कहा, ‘‘उनकी मानसिक स्थिति की जांच कराने की जरूरत है.’’

(पीटीआई-भाषा)

यह भी पढ़ें:

तिरुवनंतपुरम: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के अमेरिका यात्रा के दौरान राज्य की मीडिया की आलोचना और स्टुडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) नेता की शिकायत के आधार पर एक पत्रकार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराना भारी पड़ गया. रविवार को कांग्रेस नीत विपक्षी पार्टी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी को आड़े हाथ लिया और उन पर प्रेस की स्वतंत्रता में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया.

विजयन ने शनिवार को राज्य में मीडिया घरानों के एक धड़े की आलोचना की थी और कहा था कि वे लोक केरल सभा के चल रहे अमेरिका क्षेत्रीय सम्मेलन को लेकर ‘आधारहीन झूठ’ फैला रहे हैं और बिना बात के विवाद खड़ा कर रहे हैं. इससे पहले राज्य पुलिस ने मलयालम चैनल के पत्रकार सहित पांच लोगों के खिलाफ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र इकाई के नेता की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की थी. वाम दल से जुड़ी इकाई के छात्र नेता व एसएफआई के राज्य सचिव पीएम अर्शो ने आरोप लगाया था कि आरोपी अंकपत्र विवाद में उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.

उक्त घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नीत यूडीएफ ने विजयन और उनकी सरकार की प्रेस की आजादी में कथित हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया और उनकी निंदा की.

पत्रकार के खिलाफ प्राथमिकी की सरकार में सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने भी आलोचना की है. भाकपा के वरिष्ठ नेता सी दिवाकरन ने कहा कि वह पत्रकार के खिलाफ कार्रवाई का विरोध करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि क्या गलत हुआ। लेकिन पत्रकार के खिलाफ कार्रवाई सही नहीं है.’’ वहीं, माकपा ने मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाया है और पार्टी के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने कहा कि पत्रकारिता के नाम पर सरकार विरोधी या एसएफआई विरोधी अभियान चलाने पर कार्रवाई की जाएगी.

वहीं, वाम सरकार के रुख पर, अमेरिका की यात्रा पर गए मुख्यमंत्री की टिप्पणी और पत्रकार के खिलाफ कार्रवाई का केरल कांग्रेस प्रदेश कमिटी अध्यक्ष (केपीसीसी) के सुधारकरन ने कड़ी आलोचना की है. सुधाकरन ने कहा कि केरल की वाम सरकार प्रेस की आजादी में हस्तक्षेप कर रही है और मीडिया को निशाना बना रही है. उन्होंने कहा कि विजयन लगातार कहते हैं कि भारत प्रेस की आजादी के मामले में 180 देशों में से 161वें रैंक पर है और वह स्वयं मीडिया की आजादी में हस्तक्षेप कर रहे हैं.

सुधाकरन ने दावा किया कि विजयन स्वयं (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी के भाई की तरह व्यवहार कर रहे हैं जिन्होंने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की आलोचना करने पर बीबीसी (ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन) और मीडियावन के खिलाफ बदले की कार्रवाई की थी. सुधाकरन की राय को साझा करते हुए केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक वी.डी.सतीशन ने कहा कि विजयन ‘मोदी की कार्यशैली’ को अपना रहे हैं और विरोधियों की आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के मुरलीधरन ने भी विजयन की अमेरिका में केरल की मीडिया को लेकर की गई टिप्पणी के लिए आलोचना की और कहा, ‘‘उनकी मानसिक स्थिति की जांच कराने की जरूरत है.’’

(पीटीआई-भाषा)

यह भी पढ़ें:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.