हैदराबाद : एआईएमआईएम प्रमुख व सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कोविड टीकाकरण के मुद्दे पर मोदी सरकार पर निशाना साधा. हैदराबाद में सोमवार को एक प्रेस वार्ता में ओवैसी ने कहा कि सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश चीन ने सितंबर में 200 करोड़ टीके दिए थे. प्रचार किया जा रहा है कि भारत ने 100 करोड़ टीके का आंकड़ा पार कर लिया है.
उन्होंने कहा कि सरकार का बता चाहिए कि कितने लोगों को टीके की डबल डोज दी गई? एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि देश में केवल 31% लोगों ने टीके की डबल डोज ली है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का कहना है कि दिसंबर 2021 तक, सभी भारतीयों को वैक्सीन की दोनों खुराक मिल जाएगी, जबकि सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा था कि इस साल तक सभी को कोविड का टीका नहीं दिया जा सकता है. मंत्री ने कहा था कि सभी भारतीयों के लिए टीके की दोनों खुराक मार्च और अप्रैल में उपलब्ध होंगी.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री वीआईपी कल्चर की बात करते हैं...लगभग 25% टीके निजी हैं. पीएम मेड इन इंडिया की बात करते हैं, लेकिन ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन 'कोविशील्ड' ज्यादातर इंग्लैंड जैसे देशों में बनाई जाती है, जिसका टीकाकरण में 90 प्रतिशत हिस्सा है.
हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने देश में पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों पर भी चिंता जताई. आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के पार्टी नेता आगामी चुनाव में 100 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन अभी भी समय है... इसलिए हम इस मुद्दे पर योजना बना रहे हैं.
साथ ही ओवैसी ने टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान से भारत की हार के बाद टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को सोशल मीडिया पर निशाना बनाए जाने पर असंतोष व्यक्त किया और कहा कि यह मुसलमानों के प्रति घृणा और कट्टरता का संकेत है. उन्होंने कहा कि क्रिकेट में जीत और हार आम बात है.
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उन्होंने सवाल किया, क्रिकेट टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं, लेकिन सिर्फ मुस्लिम खिलाड़ी मोहम्मद शमी को ही निशाना बनाया गया. क्या मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार इसकी निंदा करेगी?