भुवनेश्वर : ओडिशा में ऑपरेशन के दौरान मरीज के पेट में गॉज कॉटन (जालीदार कपड़ा) छोड़ देने का मामला (odisha doctor left cotton gauge in patient stomach) सामने आया है. मरीज के परिजनों ने डॉक्टर की लापरवाही का आरोप (odisha doctors irresponsibility) लगाया है. यह मामला रायगढ़ा जिला अस्पताल का है, जहां ऑपरेशन के दौरान एक मीटर गॉज कॉटन पेट में ही रह गया.
जानकारी के मुताबिक, पिछले साल तीन अक्टूबर को कोरापुट जिला लक्ष्मीपुर थानांतगर्त बिरिगुड़ा गांव के चेतन हलबा की पत्नी कांचन को प्रसव पीड़ा होने के बाद उन्हें रायगढ़ा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. प्रसूति विभाग की चिकित्सक डॉ. लतिका बेहरा ने ही ऑपरेशन के जरिये कांचन का प्रसव कराया था. पांच दिनों तक अस्पताल में रहने के बाद कांचन को घर भेज दिया गया था. 15 दिनों बाद दोबारा कांचन के पेट में दर्द उठा और उसे रायगढ़ा अस्पताल इलाज के लिए लाया गया था. तब डॉ. प्रफुल्ल पाढ़ी ने जांच के बाद दवाई देकर कांचन को वापस घर भेज दिया था. लेकिन दर्द कम होने के बजाय दिन व दिन बढ़ने लगा था. 31 जनवरी को कोरापुट जिला मुख्य अस्पताल में अल्ट्रा साउंड कराने पर पेट में किसी वस्तु के होने का पता चला.
यह जानने के बाद कांचन ने पति चेतन को जमीन गिरवी रखकर चार फरवरी को आंध्र प्रदेश स्थित विशाखापट्टनम के एक निजी अस्पताल में इलाज कराया. पांच फरवरी को उसका दोबारा ऑपरेशन हुआ, जहां उसके पेट से एक मीटर लंबा गॉज कॉटन निकाला गया. इस ऑपरेशन के पीछे चेतना को लाखों रुपये खर्च करने पड़े हैं. अब वह रायगढ़ा जिला अस्पताल के प्रबंधन से चिकित्सक की लापरवाही की शिकायत करने के साथ क्षतिपूर्ति की मांग की है. इस घटना को लेकर उन्होंने बुधवार को रायगढ़ा थाने में डॉ लतिका बेहरा के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया है. इस घटना के बादे में सीडीएमओ लालमोहन राउतराय ने कहा कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है. मामले में जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.