नई दिल्ली: अपने लक्षित हत्या के कारोबार को जारी रखने के उद्देश्य से, खालिस्तानी आतंकवादी संगठन पंजाब, उत्तर प्रदेश, एनसीआर के साथ-साथ राजस्थान से शार्प शूटरों की भर्ती कर रहे हैं, यह बात राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा की जा रही जांच में सामने आई है. एजेंसी के सूत्रों ने गुरुवार को ईटीवी भारत को बताया कि खालिस्तानी अलगाववादी शार्प शूटरों की पहचान करने के लिए स्थानीय गैंगस्टरों और ड्रग डीलरों की मदद ले रहे हैं.
सूत्रों ने कहा कि नामित खालिस्तानी आतंकवादी अर्श दल्ला पूरे भर्ती अभियान को देख रहा है और वह पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा (एलईटी) के साथ लगातार संपर्क में है. सूत्रों ने बताया कि लश्कर-ए-तैयबा के साथ मजबूत संबंध रखने वाला कनाडा स्थित खालिस्तानी आतंकवादी अर्शदीप उर्फ अर्शदीप दल्ला चाहता है कि भारत में खालिस्तानी आंदोलन के खिलाफ उनके विरोध और आपत्ति के बाद पंजाब में कई हिंदू नेताओं को मार दिया जाए.
एनआईए ने पंजाब, उत्तर प्रदेश, एनसीआर और राजस्थान में पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को संदिग्धों और स्थानीय गिरोह के सरगनाओं की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है. सूत्रों के अनुसार दल्ला पहले हरदीप सिंह निज्जर के साथ निकट संपर्क में काम कर रहा था, जिनकी जून में कनाडा में अज्ञात हमलावर ने हत्या कर दी थी.
27 साल का दल्ला पंजाब के मोगा जिले का रहने वाला है. उसके खिलाफ कम से कम 25 आपराधिक मामले दर्ज हैं. उसके खिलाफ लगाए गए आरोपों में हत्या, आपराधिक साजिश और शस्त्र अधिनियम और नशीली दवाओं के विरोधी कानून के तहत दर्ज मामले शामिल हैं. एजेंसी के सूत्रों ने आगे कहा कि आतंकी संगठनों में भर्ती करने के बाद, शार्प शूटरों को प्रशिक्षण के लिए विदेशों खासकर पाकिस्तान ले जाया जाना था.
सूत्रों ने कहा कि दल्ला ने पहले से ही पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के हैंडलर सुहैल के साथ मजबूत सांठगांठ बना ली है और भारत भर के विभिन्न राज्यों में हमले करने की योजना तैयार कर ली है. उल्लेखनीय है कि भारत की प्रमुख आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने उन रिपोर्टों के बाद पूरे भारत में खालिस्तानी आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया कि भारत विरोधी संगठन विभिन्न राज्यों में तोड़फोड़ करने की योजना बना रहे हैं.