हैदराबाद : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने नागरिक अधिकारों और सामुदायिक नेताओं के घरों पर छापेमारी पूरी कर ली है. एनआईए अधिकारियों ने वकील रघुनाथ, दप्पू रमेश, जॉन और महिला एसोसिएशन की कार्यकर्ता शिल्पा के घर पर आज सुबह तक छापा मारा.
छापेमारी के दौरान कई किताबें, दस्तावेज, कंप्यूटर, लैपटॉप, हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव जब्त किए गए. बुधवार शाम 4 बजे से भोर 3 बजे तक यह तलाशी ली गई. बाद में चारों को एनआईए कार्यालय जाने के लिए नोटिस दिया गया.
वकील रघुनाथ ने अधिकारियों से कहा कि वह शनिवार को आएंगे क्योंकि उच्च न्यायालय में मामले थे. एनआईए अधिकारी इस बात से सहमत हुए. एनआईए जांच की समुदाय और नागरिक अधिकार नेताओं ने कड़ी निंदा की. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कमजोर करने के लिए इसकी आलोचना की गई है.
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23 नवंबर 2020 को पुलिस ने विशाखापत्तनम जिले के पांगी नागन्ना नाम के एक माओवादी सहयोगी को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने पांगी नागन्ना पर माओवादियों के साथ सहयोग करने और ग्रामीणों को पाइपलाइन के खिलाफ भड़काने का आरोप लगाया है. उनसे मिली जानकारी के अनुसार, माओवादी नेताओं सहित कई नागरिक समाज के नेताओं को आरोपी बनाया गया है.