नई दिल्ली : संसद भवन की नई बिल्डिंग (सेंट्रल विस्टा) (Central Vista Project) को लेकर विपक्ष लगातार भाजपा सरकार पर हमलावर है. शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने बताया कि सरकार की सेंट्रल विस्टा परियोजना क्यों जरूरी हैं?
संसद भवन की नई बिल्डिंग के निर्माण पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि हालांकि बिल्डिंग का निर्माणकार्य शेड्यूल के मुताबिक 16 दिन पीछे हैं, लेकिन अक्टूबर 2022 तक इसका निर्माण पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा शुरुआत में हम निर्माणकार्य के शेड्यूल से 27 दिन आगे चल रहे थे, लेकिन कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण शेड्यूल 16 दिन पीछे हो गया.
मौजूदा संसद भवन को बताया पुराना
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नए संसद भवन के निर्माण पर पूछे गए एक सवाल पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, मौजूदा भवन का विस्तार संभव नहीं है और यह बदलते समय की जरूरतों को पूरा नहीं करता है. ओम बिरला ने मौजूदा संसद भवन को एक ऐतिहासिक इमारत बताया. उन्होंने कहा, देश को नए संसद भवन की जरूरत लंबे समय से थी. मौजूदा संसद भवन सौ साल पुराना हो चुका है, ऐसे में कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए नए संसद भवन की आवश्यकता है.
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नए संसद भवन में अधिक जगह
मौजूदा संसद भवन में डिजिटलीकरण (Digitalization) भी संभव नहीं, संसद की उत्पादकता (Productivity) बढ़ाने के लिए नई इमारत चाहिए. नए संसद भवन (New Parliament Building) में अधिक सांसदों के बैठने की जगह होगी.
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सेंट्रल विस्टा परियोजना पर विपक्ष के कटाक्ष पर ओम बिरला ने कहा, लोकसभा और राज्यसभा दोनों ने केंद्र सरकार से नए संसद भवन के लिए अनुरोध किया था. वहीं, विपक्षी दलों का कहना है कि कोविड-19 महामारी के प्रबंधन के लिए धन बचाने के लिए इस परियोजना को रोक दिया जाना चाहिए.
(पीटीआई-भाषा)