नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कोरोना महामारी के बीच राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET-UG) नहीं टालने को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की है. बता दें कि नीट-यूजी परीक्षा 12 सितंबर को होनी है. सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को NEET-UG परीक्षा को टालने से इनकार कर दिया था.
थरूर ने ट्वीट किया, नीट परीक्षा हमारी सरकार की नाकामी दर्शाती है कि वास्तविक चिंताओं के प्रति कितनी सजग है. समय पर उम्मीदवारों को प्रवेश पत्र नहीं जारी किए गए. उम्मीदवार जिन शहरों में रहते हैं, वहां परीक्षा केंद्र की सुविधा प्रदान नहीं करना सरकार की विफलता है.
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The NEET exams show our Govt in a poor light: unresponsiveness to genuine concerns; admit cards not delivered to aspirants in time; failure to provide centres in towns they reside, thus requiring unnecessary & risky travels. What a disgrace to treat our #Covid warriors like this! https://t.co/ySdwdd3Lur
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) September 9, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) September 9, 2021
उन्होंने आगे कहा कि सरकार की इस विफतला के कारण उम्मीदवारों को परीक्षा में शामिल होने के लिए अनावश्यक और जोखिम भरी यात्रा करनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि हमारे कोविड योद्धाओं के साथ इस तरह का व्यवहार करना क्या शर्म की बात नहीं है!
बता दें कि कुछ उम्मीदवारों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर चिकित्सा प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2021 को टालने की मांग की थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में दखल देने से इनकार करते हुए कहा था, 'परीक्षा की तारीख बदलना बहुत ही अनुचति होगा क्योंकि नीट एक बहुत व्यापक पैमाने पर होने वाली परीक्षा है. यह राज्यवार नहीं होती, यह देशभर में होने वाली परीक्षा है.'
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नीट परीक्षा को स्थगित करने की मांग की थी. उन्होंने मंगलवार को कहा कि छात्रों को एक निष्पक्ष मौका मिलना चाहिए. उन्होंने ट्वीट किया, भारत सरकार को छात्रों की परेशानी नहीं दिख रही है. नीट परीक्षा को स्थगित करिये. छात्रों को निष्पक्ष मौका दीजिये.
राहुल गांधी छद्म विशेषज्ञ और गलतफहमी के शिकार : प्रधान
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी की नीट प्रवेश परीक्षा टालने की मांग पर पलटवार करते हुए बुधवार को कहा कि कांग्रेस नेता एक छद्म विशेषज्ञ हैं जो अति महत्वाकांक्षी और अपनी समझ को लेकर गलतफहमी के शिकार हैं.
प्रधान ने कहा कि नीट परीक्षा को लेकर राहुल का बयान उच्चतम न्यायालय एवं विशेषज्ञों की बुद्धिमत्ता पर सवाल उठाना है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि युवराज को झूठ गढ़ने में महारत हासिल है और उन्हें वहीं तक सीमित रहना चाहिए और ऐसे विषयों पर बयान नहीं देना चाहिए जो उनकी समझ से परे हैं.
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