नई दिल्ली : शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) कर्नाटक के आगामी विधानसभा चुनावों में 40 से 45 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही है. राज्य विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस और जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना जताई जा रही है. पवार ने 10 मई को कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए राकांपा की रणनीति को अंतिम रूप देने के वास्ते मुंबई में शनिवार को पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है.
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राकांपा प्रमुख ने कहा कि हम कर्नाटक चुनाव के लिए अपनी योजना को अंतिम रूप देने के लिए कल मुंबई में बैठक करेंगे. इस कदम को राष्ट्रीय दल का अपना खोया दर्जा वापस पाने की राकांपा की कोशिश के तौर पर भी देखा जा रहा है. मालूम हो कि गोवा, मेघायल और मणिपुर में चुनावों में खराब प्रदर्शन के बाद राकांपा का राष्ट्रीय दल का दर्ज खत्म कर दिया गया था. राकांपा ने केंद्रीय निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए उसे 'अलार्म घड़ी' चिह्न आवंटित करने का आग्रह किया था, जिसे आयोग ने स्वीकार कर लिया था.
राकांपा नेताओं ने कहा कि पार्टी कर्नाटक की कुल 224 विधानसभा सीटों में से 40 से 45 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है. उन्होंने बताया कि राकांपा महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा क्षेत्र में महाराष्ट्र एकीकरण समिति को समर्थन देने की योजना बना रही है, जहां बड़ी संख्या में मराठी भाषी लोग रहते हैं. कर्नाटक चुनाव को लेकर पवार ने अपनी योजनाओं की घोषणा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के साथ बैठक के एक दिन बाद की है, जिसमें अगले साल लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए विपक्षी एकता कायम करने की आवश्यकता पर चर्चा हुई थी.
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(पीटीआई-भाषा)