गुवाहाटी: देश में जहां कुछ लोग सांप्रदायिकता को बढ़ावा देते हैं. वहीं, असम के गुवाहाटी शहर में कुछ लोगों ने सबके लिए सौहार्द का स्वागत योग्य कदम उठाया है. यह कहानी है गुवाहाटी शहर के नूनमाटी निजरापार इलाके की. जहां इलाके के कुछ मुस्लिमों ने एक हिंदू व्यक्ति के शव का हिंदू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार किया है. यह सौहार्द का अद्भुत उदाहरण है.
दरअसल, गुवाहाटी के निजारापार निवासी 65 वर्षीय शिव रतन पंडित की शुक्रवार रात मौत हो गई. बाद में गांव के मुस्लिम समुदाय द्वारा शव को घर से दाह संस्कार स्थल तक ले जाया गया. दिवंगत शिव रतन पंडित को शहर के नवग्रह श्मशान घाट में दफनाया गया. उन्होंने न सिर्फ स्वर्गीय शिव रतन पंडित के पार्थिव शरीर को कंधा दिया, बल्कि श्मशान घाट पर लकड़ी डालकर उन्हें अंतिम विदाई भी दी.
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स्थानीय लोगों के अनुसार शिव रतन पंडित कई वर्षों से अपनी पत्नी के साथ शहर के निजरापार इलाके में रह रहे थे. कल शुक्रवार को लंबी बीमारी के बाद उस व्यक्ति की अचानक मृत्यु हो गई. पड़ोसी समस्या में थे क्योंकि उन्हें हिंदू धर्म के दाह संस्कार के नियम-कायदे नहीं पता थे. रात में गांव के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शव की रखवाली की. उन्होंने क्षेत्र से दूर के हिंदुओं से भी संपर्क किया. सुबह कुछ हिंदू लोग वहां आये. बाद में सुबह पहुंचे कुछ हिंदुओं की मदद से दोनों धर्मों के लोगों ने शव को नवग्रह श्मशान घाट ले जाया गया. इसके बाद दोनों समुदाय मिले और शिव रतन पंडित के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की.