इंदौर। जिले में बीते दिनों पेट्रोल डालकर जलाई गई कॉलेज प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा ने आज शनिवार सुबह दम तोड़ दिया. बीएम फार्मा कॉलेज की प्रिंसिपल का शनिवार सुबह 4 बजे चोइतराम अस्पताल में निधन हो गया. फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जिसके बाद आज दोपहर 1 बजे उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी. बता दें कि, कुछ दिन पहले कॉलेज के एक पूर्व छात्र ने प्रिंसिपल पर पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया था, घटना में प्रिंसिपल 80 प्रतिशत झुलस गईं थीं, जिन्हें गंभीर हालत में शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशिकांत कंकने ने प्रोफेसर विमुक्ता शर्मा की मौत की पुष्टि की है.
कॉलेज मैनेजमेंट से नाराज छात्र ने किया हमला: सिमरोल थाना क्षेत्र के बीएम कॉलेज के प्राचार्य की इलाज के दौरान मौत हो गई. पुलिस मामले में जांच पड़ताल कर रही है. वहीं आरोपी के ऊपर कलेक्टर ने रासुका की कार्रवाई भी की है. प्रिंसिपल शर्मा पिछले 5 दिन से चोइथराम अस्पताल में भर्ती थीं. प्राचार्य पर एक पूर्व छात्र आशुतोष श्रीवास्तव ने कॉलेज के बाहर हमला कर दिया था, वह मार्कशीट नहीं मिलने और एक प्रोफेसर द्वारा चाकूबाजी का केस दर्ज कराए जाने से कॉलेज मैनेजमेंट से नाराज था.
आरोपी ने कैसे दिया वारदात को अंजाम: बीएम कॉलेज की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा सोमवार शाम कॉलेज कैंपस से निकली थी. आरोपी घटना को अंजाम देने से कई दिन पहले से ही प्रिंसिपल पर नजर रखे हुए था. 20 फरवरी की शाम रोजाना की तरह प्रिंसिपल कॉलेज कैंपस से निकली, तभी रास्ते में बेल्पत्र तोड़ने के लिए वे अपनी कार से उतरीं, जहां पूर्व छात्र ने प्लास्टिक की बाल्टी में पेट्रोल प्रिंसिपल पर फेंक दिया, जिससे उनका पूरा शरीर भीग गया. इसके बाद वे जैसे ही आरोपी की तरफ आगे बढ़ी आरोपी ने लाइटर निकालकर आग लगा दी. पेट्रोल होने की वजह से आग जल्द ही प्रिंसिपल के पूरे शरीर पर फैल गया. इस बीच आरोपी और प्राचार्या के बीच झूमा-झटकी भी हुई, इसकी वजह से आरोपी भी 30% जल गया था. घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंचे कॉलेज कर्मचारियों ने जैसे-तैसे आग बुझाकर प्रिंसिपल को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर ने 90 प्रतिशत जलने की बात बताई. 5 दिन के इलाज के बाद उन्होंने आज दम तोड़ दिया.
प्रशासन की लापरवाही ने ली जान: बीएम पटेल कॉलेज का पूर्व छात्र अपनी फाइनल ईयर की मार्कशीट को लेकर आए दिन प्रोफेसर और प्राचार्यों को धमकाता था. छात्र अंतिम साल में सभी 5 विषयों में फेल था. इसकी वजह से वह प्रिंसिपल और अन्य प्रोफेसर को परेशान करता था. 2021 और 2022 के बीच में प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा, प्रोफेसर विजय पटेल और प्रोफेसर उमेश ने भी आरोपी छात्र के खिलाफ अलग-अलग थानों में जाकर 4 बार लिखित शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई अक्शन नहीं लिया. यही कारण है कि प्रशासन की लापरवाही ने आज प्रिंसिपल की जान ले ली.
आरोपी छात्र पर बढ़ाई जाएंगी धाराएं: फिलहाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 307 की धारा में प्रकरण दर्ज किया है, तो वहीं अब प्रिंसिपल की मौत के बाद मामले में 302 के तहत भी प्रकरण दर्ज करने की बात कही जा रही है. आरोपी 1 दिन की रिमांड पर पुलिस के पास ही मौजूद है. आरोपी को आज फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. जिस तरह से छात्र ने घटनाक्रम को अंजाम दिया, उससे कॉलेज और स्कूल के टीचर एवं प्रोफेसरों में काफी हड़कंप मचा हुआ है. आने वाले दिनों में सुरक्षा को लेकर किस तरह के कदम उठाए जाते हैं यह देखने लायक रहेगा.