नई दिल्ली : केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने आज 'डिजिटल भुगतान उत्सव' (Digital Payment Utsav) की शुरुआत की. इस कार्यक्रम में अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) भी मौजूद रहे. 'डिजिटल भुगतान उत्सव' में सरकार के अलावा बैंकिंग क्षेत्र, फिनटेक कंपनियों और स्टार्टअप क्षेत्र के दिग्गज एक मंच पर नजर आए. कार्यक्रम में डिजीधन लोगो (DIGIDHAN logo) का अनावरण भी किया गया.
जागरुकता अभियान- डिजिटल भुगतान संदेश यात्रा (Digital Payments Sandesh Yatra) की शुरुआत गाने के साथ हुआ है. डिजिटल भुगतान एंथम 'चुटकी बजा के' (Chutki Baja ke)(कैशलेस, टचलेस, पेपरलेस) रखा गया है. कार्यक्रम में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर भी मौजूद रहे.
डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने की दिशा में वित्त वर्ष 2019-20 और वित्त वर्ष 2020-21 में कई संस्थाओं को सम्मानित किया जा चुका है. विभिन्न श्रेणियों में शीर्ष बैंकों और फिनटेक (Top Banks and Fintechs) को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया जा चुका है. बता दें कि सरकार ने डिजिटल पेमेंट के लिए कई कंपनियों को मान्यता भी दी है.
आयोजन के दौरान केंद्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने पीएम स्वनिधि योजना (PM SVANidhi Scheme) के तहत स्ट्रीट वेंडर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए चार भुगतान प्रणाली एग्रीगेटर्स के योगदान को भी मान्यता दी गई है.
अश्विनी वैष्णव ने बैंकिंग उद्योग से छोटे व्यापारियों को सुगमता और तेजी से ऋण प्रदान करने के लिए यूपीआई की तरह का एक मजबूत और निर्बाध डिजिटल मंच बनाने का आह्वान किया.
वैष्णव ने बैंकिंग उद्योग को तीन महीने में इस बारे में विचार बनाने और समाधान लाने को भी कहा. उन्होंने कहा कि आधार, मोबाइल फोन, यूपीआई मंच और डिजिलॉकर के मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र को देखते हुए इस तरह के मंच को बनाने के लिए आवश्यक आधार पहले से ही मौजूद हैं.
वैष्णव ने 'डिजिटल भुगतान उत्सव' में शामिल होते हुए बैंकरों के लिए 'चुनौती' रखी. उन्होंने कहा, 'क्या हम सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम (एमएसएमई), छोटे उद्योगों, छोटे व्यवसायियों को जल्द एवं आसान ऋण प्रदान करने के लिए यूपीआई मंच की तरह एक शक्तिशाली, अच्छा और डिजिटल मंच बना सकते हैं?'
केंद्रीय मंत्री ने बैंकरों से कहा, 'आज आपके पास आधार, मोबाइल फोन, यूपीआई मंच, डिजिलॉकर का एक अच्छा पारिस्थितिकी तंत्र है. व्यावहारिक रूप से ऋण संबंधी पारिस्थितिकी तंत्र को बनाने के लिए आपको जो कुछ भी चाहिए वह आज उपलब्ध है.'
इस कार्यक्रम में शामिल हुए इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि प्रौद्योगिकी देश के भविष्य को आकार देने में एक बड़ी भूमिका निभाएगी. उन्होंने कहा कि डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में भारत का प्रदर्शन दुनिया भर के उन देशों से जलन है जो कुछ साल पहले ही सोचते थे कि वे प्रौद्योगिकी और नवाचार में आगे हैं.
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चंद्रशेखर ने कहा, 'हम डिजिटल भुगतान श्रेणी में दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं. हमें इस श्रेणी में दुनिया का नेतृत्व करते रहना चाहिए.' उन्होंने आश्वासन दिया कि आईटी मंत्रालय इस पारिस्थितिकी तंत्र के विकास और फलने-फूलने के लिए एक सक्षम और उत्प्रेरक की भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.