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6 साल में 12 किलो कंप्लेन, चौंकिए मत! यह एक किसान की शिकायत वाली गठरी का वजन है

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Published : Nov 26, 2022, 5:07 PM IST

लोगों की शिकायतों पर प्रशासनिक अमला कैसे कार्रवाई करता है, इसका अंदाजा मथुरा के एक किसान चरण की गठरी देखकर हो जाएगा. पिछले 6 साल से चरण सिंह जमीन से जुड़े विवाद में न्याय की आस लेकर अफसरों का चक्कर काट रहा है. अब हालत यह है कि उसकी शिकायतों के पुलिंदे का वजन 12 किलो (farmer carrying 12 kg complaint letter) से अधिक हो गया है. जब भी सरकारी दफ्तर आता है, लोग घेरकर उससे इसका कारण जानना चाहते हैं.

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मथुरा : 6 साल में 12 किलो शिकायत. चौंकिए मत. यह शिकायतों का वजन नहीं है. मथुरा के एक किसान चरण सिंह ने जमीन से जुड़े विवाद में अफसरों को शिकायत के जितने पेपर सौंपे हैं, उसका वजन है. मथुरा की मांट तहसील के गांव ढकू बिबावली का रहने वाला एक किसान पिछले 6 साल से अपनी फरियाद लेकर प्रशासनिक अफसरों के दफ्तर का चक्कर काट रहा है. उसने करीब छह साल पहले अपने इलाके के तहसीलदार, ग्राम प्रधान और सचिव के खिलाफ पहली शिकायत दी थी. इसके बाद वह अब तक 211 बार विभिन्न अफसरों के पास शिकायती पत्र देकर फरियाद कर चुका है. चूंकि शिकायतें जमीन से जुड़ी हैं, इसलिए वह इससे जुड़े कागजात भी एप्लिकेशन के साथ लगा रखे हैं. उसने अब तक जितनी शिकायतें दी हैं, उसकी कॉपी पेपर सहित किसान के पास है. कुल मिलाकर शिकायत वाली गठरी 12 किलो से भी भारी हो गई है. इस किसान का कहना है कि अफसरों के चक्कर लगाने के बाद भी उसकी समस्या का समाधान नहीं हुआ (Mathura farmer Charan Singh demand justice) .

जानकारी देता पीड़ित किसान.

शुक्रवार को मथुरा के गांव ढकू बिबावली का रहने वाला किसान चरण सिंह शिकायतों की गठरी लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा. उसकी शिकायतें जमीन-जायदाद से जुड़ी हैं. उसका आरोप है कि ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव तहसीलदार के साथ मिलकर उसकी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं. पहले भी उसके खेत की गलत पैमाइश कराकर जमीन पर चकरोड बना दिया गया था.उसकी जमीन पर खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया गया था. तब उसने पहली बार शिकायत की थी. खेतों से जुड़े आरोप पर एसडीएम मांठ इंद्रनंदन सिंह ने कहा कि उसने ग्राम सभा की जमीन पर कब्जा कर रखा था. तब जांच के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की गई थी. अब भी यह मामला विचाराधीन है.

अब चरण सिंह की शिकायत है कि ग्राम प्रधान और सचिव उसके पुश्तैनी घर के पीछे पड़ गए हैं. वे उसके घर की जमीन को ग्राम सभा की जमीन बता रहे हैं, जिस पर उसका परिवार करीब 50 साल से रह रहा है. पिछले 6 वर्षों से अब तक अपनी समस्या को लेकर 211 शिकायतें कर चुका है. अब शिकायतों का वजन 12 किलो से ऊपर (farmer carrying 12 kg complaint letter) हो गया है, लेकिन अफसर उसकी फरियाद पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. चरण सिंह ने न्याय की आस नहीं छोड़ी है, इसलिए वह अपने सर पर शिकायतों का बोझ लेकर लगातार अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर काट रहा है. एसडीएम मांठ इंद्रनंदन सिंह ने कहा कि पहले चरण सिंह की शिकायत आई थी कि किसान चरण सिंह ने ग्राम सभा की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था. ग्राम सभा ने इसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए कब्जा हटवाया था. यह मामला कोर्ट में चल रहा है. दोबारा उसने घर से संबंधित मामले की शिकायत की है. इसकी जांच इलाके के तहसीलदार को सौंपी गई है.

पढ़ें : वाह री यूपी पुलिस! मथुरा में चूहे खा गए 581 किलो गांजा

मथुरा : 6 साल में 12 किलो शिकायत. चौंकिए मत. यह शिकायतों का वजन नहीं है. मथुरा के एक किसान चरण सिंह ने जमीन से जुड़े विवाद में अफसरों को शिकायत के जितने पेपर सौंपे हैं, उसका वजन है. मथुरा की मांट तहसील के गांव ढकू बिबावली का रहने वाला एक किसान पिछले 6 साल से अपनी फरियाद लेकर प्रशासनिक अफसरों के दफ्तर का चक्कर काट रहा है. उसने करीब छह साल पहले अपने इलाके के तहसीलदार, ग्राम प्रधान और सचिव के खिलाफ पहली शिकायत दी थी. इसके बाद वह अब तक 211 बार विभिन्न अफसरों के पास शिकायती पत्र देकर फरियाद कर चुका है. चूंकि शिकायतें जमीन से जुड़ी हैं, इसलिए वह इससे जुड़े कागजात भी एप्लिकेशन के साथ लगा रखे हैं. उसने अब तक जितनी शिकायतें दी हैं, उसकी कॉपी पेपर सहित किसान के पास है. कुल मिलाकर शिकायत वाली गठरी 12 किलो से भी भारी हो गई है. इस किसान का कहना है कि अफसरों के चक्कर लगाने के बाद भी उसकी समस्या का समाधान नहीं हुआ (Mathura farmer Charan Singh demand justice) .

जानकारी देता पीड़ित किसान.

शुक्रवार को मथुरा के गांव ढकू बिबावली का रहने वाला किसान चरण सिंह शिकायतों की गठरी लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा. उसकी शिकायतें जमीन-जायदाद से जुड़ी हैं. उसका आरोप है कि ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव तहसीलदार के साथ मिलकर उसकी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं. पहले भी उसके खेत की गलत पैमाइश कराकर जमीन पर चकरोड बना दिया गया था.उसकी जमीन पर खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया गया था. तब उसने पहली बार शिकायत की थी. खेतों से जुड़े आरोप पर एसडीएम मांठ इंद्रनंदन सिंह ने कहा कि उसने ग्राम सभा की जमीन पर कब्जा कर रखा था. तब जांच के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की गई थी. अब भी यह मामला विचाराधीन है.

अब चरण सिंह की शिकायत है कि ग्राम प्रधान और सचिव उसके पुश्तैनी घर के पीछे पड़ गए हैं. वे उसके घर की जमीन को ग्राम सभा की जमीन बता रहे हैं, जिस पर उसका परिवार करीब 50 साल से रह रहा है. पिछले 6 वर्षों से अब तक अपनी समस्या को लेकर 211 शिकायतें कर चुका है. अब शिकायतों का वजन 12 किलो से ऊपर (farmer carrying 12 kg complaint letter) हो गया है, लेकिन अफसर उसकी फरियाद पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. चरण सिंह ने न्याय की आस नहीं छोड़ी है, इसलिए वह अपने सर पर शिकायतों का बोझ लेकर लगातार अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर काट रहा है. एसडीएम मांठ इंद्रनंदन सिंह ने कहा कि पहले चरण सिंह की शिकायत आई थी कि किसान चरण सिंह ने ग्राम सभा की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था. ग्राम सभा ने इसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए कब्जा हटवाया था. यह मामला कोर्ट में चल रहा है. दोबारा उसने घर से संबंधित मामले की शिकायत की है. इसकी जांच इलाके के तहसीलदार को सौंपी गई है.

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