रुद्रप्रयाग : प्रदेश के पहाड़ी जिलों में बारिश और अतिवृष्टि का दौर जारी है. इसी कड़ी में आज रुद्रप्रयाग जिले में बादल फटने की घटना सामने आई है. बादल फटने से कई घरों में मलबा घुस गया है.
जिला मुख्यालय से सटे नरकोटा गांव के सैंण तोक में बादल फटा है. घटना में किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं मिली है, मगर बादल फटने से दर्जनों घरों में मलबा घुस गया है.
पढ़ें- बेबस बेटी के सामने काेराेना संक्रमित पिता ने ताेड़ा दम
इसके साथ ही रुद्रप्रयाग में भारी बारिश की वजह से रुद्रप्रयाग-श्रीनगर हाईवे पर जगह-जगह मलबा आ गया. इस दौरान एक मैक्स वाहन भी मलबे की चपेट में आकर मंदाकिनी नदी में समा गया है. वाहन में ड्राइवर समेत पांच लोगों ने किसी तरह से अपनी जान बचाई है.
चिन्यालीसौड़ में फटा बादल
वहीं चिन्यालीसौड़ तहसील के कुमराडा गांव में अतिवृष्टि के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बन गई. अतिवृष्टि की वजह से नदी-नाले उफान पर आ गए हैं. मौके पर मौजूद राजस्व उपनिरीक्षक कुसुम पंवार ने बताया कि बारिश का पानी घरों में घुस गया है. इस दौरान तीन मवेशियों के बहने की सूचना है.
नायब तहसीलदार प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि मौके पर राहत बचाव कार्य जारी है. इसके साथ ही एसडीआरएफ भी मौके के लिए रवाना हो गई है. गांव की सड़क पर मलबा आने के कारण मार्ग बंद है. प्रशासन की टीम पैदल ही घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है.
जौनपुर के ग्राम पंचायत बाण्डाचक में फटा बादल
टिहरी जनपद के विकासखंड जौनपुर के ग्राम पंचायत बाण्डाचक के कण्डाल गांव के ऊपर जंगल में बादल फटने की सूचना मिली है. बादल फटने से सड़क, पेयजल लाइन और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. सड़क किनारे खड़े कुछ दुपहिया वाहनों के भी बहने की सूचना प्राप्त हुई है. पानी के तेज बहाव से खेती को भी काफी नुकसान पहुंचा है.
सूचना पाकर थत्यूड़ पुलिस मौके पर पहुंची है और जेसीबी की मदद से सड़क खोलने का कार्य जारी है. थानाध्यक्ष थत्यूड़ संजीत कुमार ने बताया की पुलिस के द्वारा प्राथमिकता के आधार पर राहत कार्य किया जा रहा है. फिलहाल अभी तक किसी भी प्रकार की जनहानि की कोई सूचना नहीं है.
स्थानीय खेमराज भट्ट और रामप्रकाश भट्ट ने बताया कि बादल फटने से कुछ मवेशियों के बहने की भी खबर है. जिसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. पुलिस प्रशासन के साथ सर्च एवं राहत कार्य जारी है. बादल फटने फटने से पेयजल लाइन, सड़क और खेती को भारी नुकसान पहुंचा है. वहीं, पानी के तेज बहाव में कुछ दोपहिया वाहनों और मवेशियों की बहने की भी सूचना ग्रामीणों के द्वारा मिल रही है.