पटियाला: मानसा के विधायक नाजर सिंह मानशाहिया की ओर से दायर एक मानहानि के मामले में पंजाब के सीएम भगवंत मान समेत 9 लोगों के खिलाफ समन जारी किया गया है. पेश मामले में सीएम भगवंत मान ने अप्रैल 2019 में आरोप लगाया था कि विधायक मानशाहिया ने कांग्रेस से 10 करोड़ रुपये लिए और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का चेयरमैन बनने के लिए आम आदमी पार्टी छोड़ी. मानशाहिया आम आदमी पार्टी छोड़कर 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस में शामिल हुए थे.
मानसा कोर्ट की ओर से सीएम भगवंत मान समेत नौ लोगों को अब 21 जुलाई 2022 को कोर्ट में पेश होने के लिए समन जारी किया गया है. मनसा के पूर्व विधायक नजर सिंह मनशाहिया ने कहा कि मैं 25 अप्रैल 2019 को कांग्रेस में शामिल हुआ और कुछ दिनों बाद भगवंत मान ने मुझ पर कांग्रेस और पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में शामिल होने के लिए 10 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मेरे दोस्त, रिश्तेदार और हमदर्द भगवंत मान द्वारा लगाए गए आरोपों से बहुत दुखी हुए. उनके द्वारा लगाए गये आरोप बेबुनियाद थे. उनकी बयानबाजी का कोई आधार नहीं था. उन्होंने न कोई पैसा लिया न चेयरमैन का पद लिया. इसके बाद मानहानि का मुकदमा दायर किया. अदालत ने पिछले साल भगवंत मान को समन जारी किया था.
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मानशाहिया ने कहा कि अब तक भगवंत मान समन स्वीकार करने से इनकार करते रहे हैं, लेकिन कल की सुनवाई के दौरान भगवंत मान के वकील माननीय अदालत के समक्ष पेश हुए जिन्होंने अदालत में पेश होने से छूट के लिए आवेदन किया था. हालांकि, अदालत ने याचिका को खारिज कर दिया और भगवंत मान को व्यक्तिगत रूप से अदालत में पेश होने का निर्देश दिया. अब मामले की सुनवाई 21 जुलाई 2022 को होगी.