कोलकाता : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां लगातार बढ़ती जा रही हैं. ताजा घटनाक्रम में अमित शाह ने रविवार को पश्चिम बंगाल में लोक गायक के घर जाकर भोजन किया, इसके बाद शाह ने रोड शो भी किया. भाजपा के समर्थन में हुए इस कार्यक्रम के बीच ममता बनर्जी ने शाह सहित केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल में खुलेआम (brazen) हस्तक्षेप कर रही है.
ममता बनर्जी के इन आरोपों के बीच चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने ममता का समर्थन किया है. ममता ने ट्वीट कर इन लोगों का आभार प्रकट किया है. उन्होंने ट्वीट कर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह का आभार जताया. बता दें कि यह तीनों राज्य कांग्रेस शासित हैं.
केंद्र के खिलाफ ममता के साथ !
ममता ने केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के खिलाफ आवाज उठाने को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का भी आभार प्रकट किया. ममता बनर्जी ने अपने ट्वीट में लिखा कि बंगाल के लोगों के साथ खड़ा होने और भारत के संघीय ढांचे के प्रति प्रतिबद्धता को लेकर सभी का आभार.
तमिलनाडु से भी मिला साथ
ममता ने तमिलनाडु में सत्तारुढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) प्रमुख एम के स्टालिन का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल के तीन आईपीएस अधिकारियों के तबादले को निरंकुश कदम और संघीय ढांचे के खिलाफ बताया था.
केंद्र के फैसले का विरोध
उल्लेखनीय है कि इन तीन आईपीएस अधिकारियों पर हाल ही में पश्चिम बंगाल के दौरे पर आए भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी. राज्य में नड्डा के काफिले पर कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हमला किया था. राज्य की ममता बनर्जी सरकार आईपीएस अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजे जाने संबंधी केंद्र के कदम का विरोध कर रही है.
नेताओं के बीच जुबानी जंग
बता दें कि विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच जमकर जुबानी वार किए जा रहे हैं. दो विधायकों शुभेंदु अधिकारी और जितेंद्र तिवारी समेत तृणमूल कांग्रेस के चार वरिष्ठ नेताओं के पार्टी छोड़ने के एक दिन बाद शुक्रवार को बैरकपुर के विधायक शीलभद्र दत्ता और कंथी उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बनश्री मैती ने भी अपना इस्तीफा दे दिया था. तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पार्टी से अलग होकर भाजपा में शामिल हो रहे नेताओं को लेकर भी टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि अच्छा है ये बोझ अपने आप बाहर जा रहे हैं.
यह भी पढे़ं: बंगाल सरकार 'अलोकतांत्रिक' ताकतों के आगे नहीं झुकेगी : ममता बनर्जी
मनोबल गिरा रही हैं केंद्र सरकार
गौरतलब है कि ममता ने इससे पहले 17 दिसंबर को कहा था कि वह विस्तारवादी ताकतों के सामने हार नहीं मानेंगी. उन्होंने यह टिप्पणी उस मामले में की जिसमें पश्चिम बंगाल में सेवारत भारतीय पुलिस सेवा के तीन अधिकारियों को कर्तव्य में कथित कोताही बरतने को लेकर केंद्र सरकार ने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए समन जारी किया है. ममता ने इस प्रकरण पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पश्चिम बंगाल में सेवारत अधिकारियों का मनोबल घटाने के लिए जानबूझ कर किया गया प्रयास है.