वाशिंगटन : अमेरिका के कार्गों और यात्री विमान संचालित करने वाली कंपनियों के के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (CEO) ने चेतावनी दी है कि नई वायरलेस 5G सर्विस के कारण 'विनाशकारी' विमानन संकट हो सकता है. रनवे के पास वायरलेस 5G सर्विस उड़ानों को बाधित कर सकती है.
इन प्रमुख अमेरिकी एयरलाइन कंपनियों का कहना है कि नई सेवा बड़ी संख्या में वाइड बॉडी विमानों को बेकार बना सकती है. फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) का कहना है कि यह हवाई जहाज के संवेदनशील उपकरणों जैसे अल्टीमीटर्स (altimeters) और लो विजिबिलिटी ऑपरेशन पर भी असर डाल सकता है. ऐसे हालत में फ्लाइट को ऑपरेट करना खतरनाक हो सकता है.
FAA की वेबसाइट में कहा गया है कि अगर लोगों के लिए जोखिम की संभावना है, तो वे गतिविधि को रोकने के लिए बाध्य हैं. इस कारण फ्लाइट का संकट गहराया तो हजारों अमेरिका विदेशों में ही फंसे रह जाएंगे.
समझें कि प्रॉब्लम क्या है : अमेरिकी कंपनी एटी एंड टी (AT&T) और वेरिज़ॉन ने पिछले साल नीलामी में 80 अरब डॉलर का दांव लगाकर सी-बैंड स्पेक्ट्रम की बोली जीती थी. अब 5G नेटवर्क के लिए उसे टावर लगाने हैं. प्रमुख एयरलाइन कंपनियों का कहना है कि अगर रनवे के आसपास 5G नेटवर्क का असर दिखा तो तकनीकी तौर से बड़े विमानों को दिक्कत होगी. उनका कहना है कि हवाई अड्डे के रनवे के लगभग 2 मील (3.2 किमी) के दायरे को 5G से मुक्त रखा जाए.
नवंबर की शुरुआत में FAA ने 5G की वजह से फ्लाइट्स में होने वाले संभावित असर के बारे में चेतावनी दी थी. इसके बाद जो बाइडन प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद C-बैंड स्पेक्ट्रम के इस्तेमाल को 5 जनवरी तक टाला गया था. फिर इसे 19 जनवरी तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया. 50 हवाई अड्डों के लिए अस्थायी बफर जोन बनाने पर भी सहमति बनी थी. अब समझौते के मुताबिक AT&T और वेरिजॉन बुधवार से सर्विस शुरू करने वाली है इसलिए फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने फिर तकनीकी दिक्कतों और संभावित खतरों की बात दोहराई है.
अमेरिकन एयरलाइंस, डेल्टा एयर लाइन्स, यूनाइटेड एयरलाइंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों का कहना है कि जोखिम के देखते हुए 1,100 से अधिक उड़ानें रद्द हो सकती हैं, जिसका असर 1,00,000 यात्रियों पर पड़ सकता है. उन्हें टिकट कैंसिल करने या फ्लाइट डायवर्ट करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
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