नासिक: महाराष्ट्र के नासिक इलाके में पिछले आठ महीने में 173 लड़कियां लापता हो गई. यह चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. हालांकि, पुलिस ने इन मामलों में तत्परता दिखाई है. पुलिस इनमें से 149 लड़कियों को ढूंढने में कामयाब रही. नासिक पुलिस ने बताया कि 24 और लड़कियों की तलाश जारी है.
नासिक शहर से हर दिन एक लड़की के लापता होने की शिकायत पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई जाती है. शिकायत में कहा गया है कि लड़कियों का अपहरण आवासीय मकान से किया गया. चूंकि ज्यादातर लड़के-लड़कियां नाबालिग हैं, इसलिए पुलिस को अपहरण का मामला दर्ज करना पड़ा. शिकायत दर्ज की गई थी कि नासिक शहर में आठ महीनों में 173 नाबालिग लड़कियां और 43 लड़के लापता हो गए हैं.
पुलिस ने 149 लड़कियों और 41 लड़कों को ढूंढने में सफलता हासिल की है. लापता लड़के-लड़कियों की उम्र 15 से 17 साल है. 2022 में 57 लड़के और 265 लड़कियों के लापता होने की सूचना मिली. पुलिस 54 लड़कों और 250 लड़कियों को ढूंढने में कामयाब रही है. ऐसे लापता लड़के-लड़कियों का पता केंद्रीय अपराध शाखा के साथ अनैतिक मानव तस्करी निवारण सेल द्वारा लगाया जाता है.
साथ ही दर्ज अपराधों की जांच भी निर्भया टीम के माध्यम से की जाती है. स्थानीय थाने की क्राइम ब्रांच टीम भी ऐसे लापता बच्चों की तलाश करती है. नाबालिग लड़के-लड़कियों के लापता होने के कई कारण हैं. किशोरों में हार्मोनल बदलाव के कारण लड़के-लड़कियां विपरीत लिंग के प्रति आकर्षित होते हैं. ऐसे में इंटरनेट, सोशल मीडिया भी प्रभावित कर रहा है.हाल के दिनों में एकल परिवार प्रणाली का प्रचलन बढ़ा है. इस मामले में बच्चों के साथ कोई संवाद में कमी आई है. माता-पिता कामकाजी होने के चलते अपने बच्चों को समय नहीं दे पाते हैं.
भावनात्मक सहारा पाने के लिए लड़के और लड़कियां कम उम्र में ही प्रेम संबंधों में फंस जाते हैं. इन चीजों को रोकने के लिए माता-पिता और शिक्षकों को पहल करने की जरूरत है. मनोचिकित्सक डॉ. हेमंत सोनीस ने कहा कि माता-पिता को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि लड़कियों को एक निश्चित समय से पहले स्मार्टफोन नहीं मिलना चाहिए.