मुंबई : महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Rahul Narwekar) ने गुरुवार को कहा कि वह यह पता लगाने की प्रक्रिया को उचित समय में पूरा करेंगे कि मूल शिवसेना का राजनीतिक संगठन के रूप में प्रतिनिधित्व कौन करता है. लंदन से पत्रकारों से बात करते हुए राहुल नार्वेकर ने कहा कि वह सभी पक्षों को सुनेंगे.
उन्होंने कहा कि 'मैं सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का स्वागत करता हूं जिसमें विधानसभा अध्यक्ष को एक राजनीतिक दल को मान्यता देने के लिए कहा गया है. मैं इसे उचित समय में पूरा करने का प्रयास करूंगा.'
उन्होंने कहा कि 'हमें पहले एक राजनीतिक दल को मान्यता देने के लिए कहा गया है. प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के अनुसार, सभी याचिकाकर्ताओं को बयान देने और अपना पक्ष रखने के लिए कहा जाएगा. नार्वेकर ने कहा कि इसमें (प्रक्रिया) परीक्षा और जिरह भी होगी.'
उन्होंने यह भी दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट ने विधायकों की अयोग्यता पर उनके रुख को बरकरार रखा. अदालत ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित 16 विधायकों के खिलाफ दायर अयोग्यता याचिका पर फैसला करना स्पीकर का विशेषाधिकार है.' उन्होंने कहा, 'मैं लगातार कह रहा हूं कि अध्यक्ष फैसला करेंगे.'
नार्वेकर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि राजनीतिक दल का व्हिप - उसके विधायी विंग के खिलाफ क्या मायने रखता है, और इसलिए पहले यह तय करना होगा कि कौन सा गुट (शिवसेना का) राजनीतिक दल का प्रतिनिधित्व करता है.
शिंदे ग्रुप द्वारा भरत गोगावाले को शिवसेना का मुख्य सचेतक नियुक्त करने को शीर्ष अदालत द्वारा 'अवैध' करार दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'मैं उच्चतम न्यायालय के फैसले को स्वीकार करता हूं और अपने वकीलों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करने के बाद मैं इस पर टिप्पणी करूंगा. राज्य सरकार सुरक्षित है, और मैं इसके लिए खुश हूं.'
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