नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के रियासी में पाए जाने वाले लिथियम भंडार की नीलामी इस साल दिसंबर तक शुरू हो जाएगी. खान मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने यह जानकारी दी. यहां आयोजित एक कार्यक्रम में खान मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने कहा मंत्रालय ने लिथियम नीलामी दिसंबर तक शुरू करायी जाएगी. इस वास्ते लेनदेन सलाहकार के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन को पत्र लिखा है.
भारद्वाज ने कहा, "हमने अपतटीय खनन अधिनियम में संशोधन पर हितधारकों के साथ परामर्श प्रक्रिया पूरी कर ली है. उम्मीद जतायी जा रही है कि हम जल्द ही इसे संसद में चर्चा के लिए पेश करेंगे." उन्होंने कहा, "वास्तव में हम चूना पत्थर की तलाश कर रहे हैं, जो जम्मू कश्मीर में उपलब्ध हैं. लेकिन हमें चूना पत्थर, बॉक्साइट और लिथियम एक साथ मिले हैं. हम भाग्यशाली हैं कि हमें 5.9 मिलियन टन लिथियम की खोज कर पाए हैं. इन खनिजों की खोज ने एक खास तरह की रुचि पैदा कर दी है."
खान मंत्रालय ने कहा, "जम्मू-कश्मीर के रियासी जिला स्थित सलाल-हैमना क्षेत्रों में फील्ड सीजन 2020-21 और 2021-22 के दौरान खान मंत्रालय के भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) के एक संबद्ध कार्यालय ने अनुमानित संसाधन (जी3) चरण की खनिज अन्वेषण परियोजना को अंजाम दिया और 5.9 मिलियन टन लिथियम अयस्क का पता लगाया. इसके बाद इसकी रिपोर्ट केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर सरकार को सौंप दी गई."
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उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने इसी साल फरवरी में कहा था कि देश में पहली बार जम्मू-कश्मीर में 59 लाख टन लिथियम का भंडार पाया गया है. बता दें कि लिथियम एक गैर-लौह धातु है और अन्य उद्योगों के बीच ईवी बैटरी में प्रमुख घटकों में से एक है. भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने लिथियम संसाधनों की पहचान के लिए जम्मू-कश्मीर में और अन्वेषण गतिविधियों का प्रस्ताव दिया है.
(एएनआई)