वलसाड: दमन से शराब की तस्करी के लिए शराब तस्कर अब महंगी कारों का इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला गुजरात के वलसाड में सामने आया है, जहां एक लग्जरी कार में रात के समय शराब की तस्करी की जा रही थी. वलसाड एलसीबी से इसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने खड़की हाइवे एपिकल होटल के पास चेकिंग लगा दी. इस दौरान जब पुलिस ने एक लग्जरी कार को रोकने का प्रयास किया तो चालक कार लेकर भागने की कोशिश करने लगा.
हालांकि, पुलिस ने हार नहीं मानी और 18 किलोमीटर तक इस कार का पीछा किया, जिसके बाद उसने कार को पकड़ने में सफलता पाई. हालांकि कार चालक मौके से फरार होने में कामयाब हो गया. वलसाड एलसीबी ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48 पर निगरानी रखी थी और एप्लाई फॉर रजिस्ट्रेशन वाली एक लग्जरी कार को रुकने का निर्देश दिया, लेकिन पुलिस को देखते ही चालक ने कार की गति बढ़ा दी.
चेज़िंग के दौरान किकरला प्राथमिक विद्यालय के सामने गली में कार एक पेड़ से टकरा गई. शराब से भरी इस लग्जरी कार को पकड़ने के लिए पुलिस को करीब 15 से 18 किलोमीटर तक पीछा किया. कार पेड़ से टकराने के बाद पुलिस ने परेश नवीनचंद्र राठौर नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जबकि कार का चालक हेमंत मोहनभाई पटेल भागने में सफल रहा. इस कार से पुलिस ने अलग-अलग ब्रांड की 768 शराब की बोतलें बरामद की हैं, जिनकी कीमत 1,03,200 रुपये बताई जा रही है.
पुलिस का इस मामले में कहना है कि आमतौर पर पहले तस्कर दमन से गुजरात शराब लाने के लिए साधारण कारों या पुरानी कारों का इस्तेमाल करते थे, लेकिन अब पुलिस की नजरों से बचने के लिए महंगी कारों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके पीछे वजह यह है कि महंगी कारों का इस्तेमाल ज्यादातर बिजनेसमैन या राजनेता करते हैं. शराब तस्कर यही सोचकर इन कारों से तस्करी कर रहे हैं कि वे पुलिस की नजरों से बच सकते हैं.
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इस पूरे मामले पर एलसीबी पीआई वी.बी. बारडे ने बताया कि पहले भी कई महंगी कारें शराब ले जाते पकड़ी जा चुकी हैं. लेकिन लग्जरी कारें पुलिस का ज्यादातर ध्यान आकर्षित नहीं करतीं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि कुछ संपन्न लोग परिवार के साथ यात्रा कर रहे हैं. लेकिन पूर्व सूचना के आधार पर पुलिस सटीक शराब तस्कर तक जरूर पहुंची.