श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के युवा सेवाएं और खेल विभाग ने वर्चुअल माध्यम से 24वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया. यह कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर आयोजित किया जाता है.
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जम्मू के टीचर्स भवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए. इस अवसर पर उन्होंने जम्मू-कश्मीर की युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने का आह्वान किया.
उपराज्यपाल ने आयोजन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य देश के युवाओं को एक साथ लाने के लिए एक मंच प्रदान करना है. जिससे उन्हें विभिन्न गतिविधियों में अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिले. इससे युवाओं में सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे की भावना को बढ़ावा मिलेगा.
सिन्हा ने कहा, 'राष्ट्रीय युवा महोत्सव कोई कार्यक्रम नहीं, बल्कि मेरी राय में यह त्योहार है. युवा राष्ट्र की एक प्रमुख प्रेरणा शक्ति हैं, जिसे स्वीकार करते हुए हम राष्ट्रीय युवा दिवस मनाते हैं.'
युवा हैं जम्मू-कश्मीर की पूंजी
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के युवाओं को अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए अवसरों की आवश्यकता है. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए जम्मू-कश्मीर के प्रतिभाशाली युवाओं को केंद्र शासित प्रदेश की सरकार अवसर प्रदान करती है.
जम्मू-कश्मीर के युवाओं को सबसे बड़ा उपहार मानते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि यहां कि 70 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम की है. जम्मू-कश्मीर के युवा विकास का आयाम बनाने में सक्षम हैं. जम्मू-कश्मीर का सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य बदल रहा है. नौकरियों के साथ एक नई उम्मीद है. समान विकास की उम्मीद, एक जीवंत समाज की आशा, एक आधुनिक औद्योगिक केंद्रशासित प्रदेश की आशा, जो हमारे युवाओं के योगदान के कारण हर दिन बड़ी होती जा रही है.
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स्वामी विवेकानंद के मार्ग पर चलें
स्वामी विवेकानंद का हवाला देते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि एक युवा को अतीत में नहीं रहना चाहिए और अपना भाग्य खुद बनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि केवल दृढ़ इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प के साथ जम्मू-कश्मीर के युवा इस क्षेत्र और राष्ट्र के भविष्य को बदलने में सक्षम हैं. स्वामी विवेकानंद का मानना था कि दुनिया को चरित्र पर निर्माण करने की आवश्यकता है. उनका मानना था कि दुनिया में बदलाव लाने के लिए निःस्वार्थ व्यक्तियों की आवश्यकता है. जम्मू और कश्मीर का भविष्य भी ऐसे व्यक्तियों पर निर्भर है.
युवाओं के कौशल विकास के लिए सरकार की पहल पर उपराज्यपाल ने कहा कि आने वाले दिनों में यहां सैकड़ों कौशल केंद्र शुरू होने जा रहे हैं. फिल्म निर्माता इम्तियाज अली युवाओं के लिए एक कार्यशाला करने की योजना बना रहे हैं. इसी तरह, संगीत उद्योग के कुछ प्रमुख लोग सांस्कृतिक अकादमी के सहयोग से हमारे युवाओं के कौशल का सम्मान करने जा रहे हैं. उपराज्यपाल ने कहा कि प्रतिभाशाली युवाओं को किसी भी क्षेत्रीय भाषा में लिखने और प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.
पीएम ने शुरू की हैं कई योजनाएं
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जम्मू और कश्मीर के लोगों को 28,400 करोड़ रुपये की एक नई औद्योगिक विकास योजना के रूप में अनमोल तोहफा दिया है. इससे तेजी से औद्योगिकीकरण, विकास और 4.5 लाख नौकरियों का सृजन होगा. सरकार ने बैक टू विलेज कार्यक्रम के दौरान इच्छुक उद्यमियों को सहायता और हैंडहोल्डिंग प्रदान की है.
उपराज्यपाल ने कहा कि 12 हजार से अधिक युवा उद्यमी अपने सपनों को पूरा करते हुए अपनी आजीविका कमा रहे हैं. पिछले वर्ष पांच लाख से अधिक युवा खिलाड़ियों ने विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया. जम्मू संभाग के 100 छात्रों को गुलमर्ग में स्कीइंग पाठ्यक्रम दिया गया. 200 अन्य को जल्द ही प्रशिक्षित किया जाएगा. जम्मू संभाग के 10 हजार से अधिक छात्र पिछले साल अंतर जिला ट्रैकिंग अभियान पर गए थे.
उन्होंने कहा कि बैक टू विलेज और माय टाउन माय प्राइड कार्यक्रमों में 44 हजार से अधिक छात्रों ने भाग लिया. यह आंकड़े खुद-ब-खुद जम्मू-कश्मीर सरकार के प्रयासों के बारे में बोलते हैं.
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन जम्मू-कश्मीर के युवा सेवाएं और खेल विभाग के महानिदेशक सलीम-उर-रहमान ने किया. इस अवसर पर उपराज्यपाल के प्रधान सचिव नीतीश कुमार, सचिव डॉ नसीम जावेद चौधरी आदि रहे.