कोलकाता: कोलकाता पुलिस की खुफिया इकाई ने शुक्रवार को शहर में ऋण-सह-विदेशी मुद्रा गबन घोटाले के मुख्य आरोपी शैलेश पांडे और तीन अन्य को ओडिशा और गुजरात से गिरफ्तार किया (Kolkata Police nab Pandey brothers). इनमें दो शैलेश के भाई अरविंद व रोहित हैं. इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मामले में विदेशी मुद्रा लेनदेन के पहलू से भी मामले की जांच शुरू कर दी है.
पुलिस ने गुरुवार देर रात गुजरात और ओडिशा से हावड़ा के पांडे ब्रदर्स शैलेश रोहित और अरविंद पांडे को गिरफ्तार किया. ईडी ने शिबपुर स्थित उनके घर और उनकी कार से करोड़ों रुपये बरामद किए थे. पांडे ब्रदर्स कुछ समय के लिए फरार चल रहे थे.
पुलिस ने गुजरात और ओडिशा की सीमा से पांडे बंधुओं को गिरफ्तार किया है. कोलकाता पुलिस पांडे बंधुओं को ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाएगी. पांडे बंधुओं के साथ एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. लालबाजार सूत्रों के मुताबिक वे पांडे बंधुओं को कोर्ट में पेश कर अपनी हिरासत में लेना चाहते हैं. इसके बाद कोलकाता पुलिस चारों से पूछताछ करेगी.
पुलिस अब तक भाइयों के घर और कार से 200 करोड़ रुपये से अधिक बरामद कर चुकी है.उन्हें हिरासत में लेने के बाद यह पता करने की कोशिश की जाएगी कि ये पैसा कहां से आया. इसके अलावा, पांडे बंधुओं पर चिटफंड और ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए कई हवाला देने का आरोप है.
गौरतलब है कि सप्ताह के शुरू में कोलकाता पुलिस ने शैलेश और अरविंद पांडे के आवासों पर छापेमारी की थी. इस दौरान भारी मात्रा में सोने और हीरे के आभूषणों के साथ लगभग 8 करोड़ रुपये की नकदी भी जब्त की थी. वहीं पुलिस ने शैलेश पांडे के दो बैंक खातों में जमा 20 करोड़ रुपये की राशि को भी सील कर दिया है. आरोप है कि चार्टर्ड अकाउंटेंट होने का दावा करने वाला शैलेश लोगों को कर्ज के प्रस्तावों को मंजूरी दिलाने का वादा कर ठगी करता था.
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