नई दिल्ली : दिल्ली के जामिया नगर इलाके में एक आवासीय परिसर से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने बुधवार को बड़ी तादात में नशीले पदार्थ जब्त किए हैं. एनसीबी ने 50 किलो हेरोइन, 47 किलोग्राम संदिग्ध नशीले पदार्थ, 30 लाख ड्रग मनी, कैश काउंटिंग मशीन जब्त की है, जिसके बाद दुबई-अफगानिस्तान-पाकिस्तान-भारत कनेक्शन वाले इस तरह के अवैध कारोबार का खुलासा हुआ है.
नई दिल्ली में एनसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'ईटीवी भारत' से कहा कि, 'हमें इस तथ्य की पुष्टि करने के लिए लिंक मिले हैं कि इस ड्रग्स कारोबार को सरगना दुबई से संचालित कर रहा है.' (Kingpin of illicit drug busines into India operate from Dubai) अधिकारी ने कहा कि दुबई स्थित किंगपिन के लिए बिचौलिए के रूप में काम करने वाले लोगों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी शुरू की गई है.
बुधवार को हुए मादक पदार्थ जब्ती मामले में एक भारतीय नागरिक को भी गिरफ्तार किया गया है. एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए एनसीबी के अधिकारियों ने बुधवार को यात्रा बैग, बैग पैक और जूट के थैले में रखे गए प्रतिबंधित पदार्थ को जब्त कर लिया. एनसीबी के उप महानिदेशक (ऑपरेशन) संजय कुमार सिंह ने कहा, 'जब्त की गई हेरोइन अफगानिस्तान से आई थी और नशीली दवाओं के पैसे हवाला के जरिए भेजे जाने की आशंका थी. जब्त की गई हेरोइन फ्लिपकार्ट की पैकिंग में पैक की गई थी.' जांच के दौरान यह पता चला है कि दिल्ली और एनसीआर और पड़ोसी राज्यों में स्थित एक इंडो-अफगान सिंडिकेट की संलिप्तता है.
सिंह ने कहा, ये गिरोह स्थानीय स्तर पर हेरोइन बनाने और मिलावट करने में एक्सपर्ट है. सिंडिकेट पंजाब, हरियाणा, यूपी, उत्तराखंड और दिल्ली राज्यों सहित पूरे उत्तर क्षेत्र के मादक पदार्थों के तस्करों से जुड़ा हुआ पाया गया. तौर-तरीकों के बारे में खुलासा करते हुए सिंह ने कहा कि ये सिंडिकेट समुद्री और साथ ही भूमि सीमा मार्ग के माध्यम से भारत में सामानों की तस्करी कर रहे हैं, जिसमें विभिन्न वैध सामानों के साथ हेरोइन की तस्करी की जाती थी.
अटारी के रास्ते आ रहा देश में नशा : सिंडिकेट कपड़ा, मसाले और अन्य सामानों की आड़ में अवैध तस्करी के जरिए भारत में ड्रग्स लाता था. उन्होंने कहा, 'बाद में कुछ भारतीयों ने कुछ अफगान नागरिकों की मदद से उन सामानों से हेरोइन निकाली.' सिंह ने कहा कि सिंडिकेट भारत में ड्रग्स इंजेक्ट करने के लिए अटारी मॉडल का इस्तेमाल कर रहा है. सीमा शुल्क अधिकारियों ने हाल ही में पंजाब में अटारी एकीकृत चेकपोस्ट से अंतरराष्ट्रीय बाजार में 700 करोड़ रुपये मूल्य की 102 किलोग्राम हेरोइन जब्त की है. इसे लकड़ी के विशेष लॉग में छुपाया गया था.
तालिबान के सत्ता संभालने के बाद बढ़े मामले : हालांकि, राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार की जब्ती ने एक बार फिर भारत-अफगान सिंडिकेट का पर्दाफाश कर दिया है. ये स्थानीय रूप से हेरोइन का निर्माण करता है. इसके साथ ही समुद्री और जमीनी सीमाओं के माध्यम से भी तस्करी करता है. सिंह ने कहा, यह एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हेरोइन तस्करी नेटवर्क है. इस घटनाक्रम ने एक बार फिर खुलासा कर दिया है कि इस अवैध धंधे से जुड़े लोग अफगानिस्तान से भारत में ड्रग्स की सप्लाई करते रहे हैं. हाल ही में अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता संभालने के बाद भारत में अवैध ड्रग्स की तस्करी बढ़ी है. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने सितंबर में कच्छ जिले के मुंद्रा बंदरगाह पर दो कंटेनरों से 21,000 करोड़ रुपये मूल्य की 2,988.21 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी, जो देश में प्रतिबंधित पदार्थ की सबसे बड़ी जब्ती है.
अफगानिस्तान में होती है सबसे ज्यादा हेरोइन की खेती : गौरतलब है कि अफगानिस्तान अफीम की प्रमुख खेती करने वाला देश है. 2021 तक अफगानिस्तान वैश्विक स्तर पर 90 प्रतिशत से अधिक अवैध हेरोइन का उत्पादन करता है. इसकी 95 प्रतिशत से अधिक यूरोपीय देशों में आपूर्ति होती है. जिस बात ने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की चिंता को और बढ़ा दिया है, वह यह है कि पाकिस्तान स्थित कई आतंकवादी संगठन भी ड्रग्स के कारोबार में शामिल हैं. एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी ने कहा, 'आतंकवादी संगठन कमाई के लिए भारत में ड्रग्स की आपूर्ति करते हैं ताकि वे भारत में विध्वंसक गतिविधियों को करने के लिए हथियार और गोला-बारूद खरीद सकें.
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