नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress president Mallikarjun Kharge) मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के साथ चुनावों की समीक्षा करेंगे. साथ ही खड़गे नौ नवंबर को दो रैलियों को संबोधित करेंगे. इस बारे में हिमाचल प्रदेश के प्रभारी सचिव संजय दत्त (ICC secretary in charge of Himachal Pradesh Sanjay Dutt) ने बताया कि खड़गे 12 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए 10 नवंबर को प्रचार समाप्त होने से एक दिन पहले बुधवार को बनूती और पंझेरा में दो रैलियों को संबोधित करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी रैलियों की बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और हमें विश्वास है कि हम अगली सरकार बनाएंगे.
यह पूछे जाने पर कि क्या रैलियों में भीड़ वोटों की गारंटी हो सकती है, दत्त ने कहा कि यह योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि रैलियों के लिए लामबंदी बूथ-वार की जा रही है. इससे हमें मतदान के दिन भी मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि हमने इस पर काम किया है और हम अपनी योजना को लागू करेंगे. हालांकि हिमाचल अभियान का नेतृत्व एआईसीसी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा कर रही हैं, जो पहाड़ी राज्य में चार रैलियों को संबोधित करेंगी.
वहीं खड़गे 26 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद हिमाचल में अपनी पहली रैली करेंगे. खड़गे के भाषणों का एक हिस्सा मुद्दों को लेकर पीएम मोदी के खिलाफ भी हो सकता है, जो राज्य में भाजपा उम्मीदवारों के लिए वोट मांग रहे हैं, जबकि कांग्रेस को झूठे चुनावी वादे करने और विकास की अनदेखी करने का आरोप लगाते हैं. सूत्रों के मुताबिक, उम्मीद की जा रही है कि खड़गे 'वोट फॉर चेंज' लाइन को आगे बढ़ाएंगे, जिसे प्रियंका गांधी अपनी रैलियों में यह कहते हुए अपना रही हैं कि लोग पुरानी पार्टी को वापस लाने के मूड में हैं. मोटे तौर पर, खड़गे के भाषण कांग्रेस के विकास समर्थक एजेंडे के इर्द-गिर्द केंद्रित होने जा रहे हैं. वहीं राज्य के लिए एआईसीसी पर्यवेक्षक छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल पहले की इन बिंदुओं को रेखांकित कर चुके हैं. इस दौरान अन्य बातों के अलावा, कांग्रेस अध्यक्ष के सत्ता में वापस आने पर पुरानी पेंशन योजना को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध होने की संभावना जताई जा सकती है. इसके अलावा 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली के साथ ही महिलाओं के लिए 1500 रुपये का भत्ता, अंग्रेजी माध्यम के स्कूल और मोबाइल क्लीनिक की बात कही जा सकती है.
दत्त ने कहा, हम सकारात्मक एजेंडे पर चुनाव लड़ रहे हैं. राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हमारी सरकारें यह दिखाने के लिए हैं कि हम जो वादा करते हैं उसे पूरा करते हैं. तुलना में, भाजपा को अपने काम के बारे में बात करनी चाहिए थी लेकिन वे प्रचार करने के लिए सिर्फ पीएम पर निर्भर हैं. कांग्रेस के दिग्गज ने इस आरोप को खारिज कर दिया कि कांग्रेस आप का मुकाबला करने के वादों पर भरोसा कर रही है. उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य पंजाब में आप का शासन है. पंजाब में जो होता है वह हिमाचल के लोगों ने नोट किया है. आप के सत्ता में आने के बाद उन्होंने पंजाब में शासन में गिरावट देखी है. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि आप इन चुनावों में एक कारक है. उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस और बीजेपी के बीच का मुकाबला है. दत्त ने कहा कि जमीनी स्तर पर मिले फीडबैक से हमें स्पष्ट बहुमत मिल रहा है.
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