नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली में 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया है. उन्होंने केंद्र को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि यह गृह मंत्री अमित शाह की किसान आंदोलन को विचलित करने की सुनियोजित साजिश थी. कहा कि कांग्रेस पार्टी आगामी संसद सत्र में इस मुद्दे को उठाएगी.
ईटीवी भारत से बात करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि दिल्ली में कानून और व्यवस्था के मुद्दे पर जो कुछ भी हुआ, उसके लिए मोदी और शाह दोनों जिम्मेदार हैं. 26 जनवरी को लाल किले पर धार्मिक ध्वज फहराने वाला व्यक्ति बीजेपी से जुड़ा है. किसानों के आंदोलन को विचलित करने के लिए एक साजिश रची गई, ताकि वे तीनों कृषि कानूनों के बारे में सरकार के नियमों और शर्तों को स्वीकार करें. दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर चिदंबरम ने भी खड़गे की चिंता का समर्थन किया.
बजट सत्र में उठाएंगे किसान मुद्दा
सरकार किसानों को असहाय बनाने की कोशिश कर रही है, ताकि उन्हें परेशान किया जा सके और उनका आंदोलन टूट जाए. कांग्रेस नेता ने इस घटना की निंदा की. लेकिन अंत में कहा कि दिल्ली में कानून व्यवस्था बनाए रखना गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी है. इसकी जांच होनी चाहिए. यह वास्तव में गृह मंत्री की विफलता है, क्योंकि कानून और व्यवस्था उनके अधीन है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम, मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश ने शुक्रवार को केंद्रीय बजट 2021 से पार्टी की उम्मीदों और सुझावों को सूचीबद्ध करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी.
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जब हिंसा के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के आरोपों के बारे में पूछा गया, तो चिदंबरम ने कहा कि क्या आपने कोई अन्य प्रतिक्रिया देखी है? देश में होने वाली किसी भी चीज के लिए वे राहुल गांधी और कांग्रेस पर आरोप लगाते हैं. यह एक मानक प्रतिक्रिया है.