तिरुवनंतपुरम : केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वीडी सतीशन (VD Satheesan) ने राज्य के शिक्षा मंत्री वी सिवनकुट्टी (V. Sivankutty) के इस्तीफे के मांग की है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता सतीशन ने कहा कि शिक्षा मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए. लेकिन केरल के सीएम ने आज विधानसभा में सुप्रीम कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए बयान दिया. वह उन विधायकों का समर्थन कर रहे हैं जिन्होंने 2015 में सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट किया.
बता दें कि केरल सरकार ने विधानसभा के भीतर 2015 में हुए हंगामे के संबंध में वी सिवनकुट्टी समेत वाम दलों के विधायकों के खिलाफ दर्ज एक आपराधिक मामले को वापस लेने के लिए उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर की थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है.
इसके बाद से विपक्षी पार्टियां केरल के शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही हैं. बुधवार को भी कांग्रेस ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया था और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से सिवनकुट्टी का इस्तीफा तत्काल मांगने का आग्रह किया था.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने भी सिवनकुट्टी से तत्काल इस्तीफा देने को कहा है. उन्होंने कहा कि सिवनकुट्टी को मंत्री के पद रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.
हालांकि, सिवनकुट्टी ने संकेत दिया है कि वह इस्तीफा नहीं देंगे क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने ऐसा कोई फैसला नहीं सुनाया है जिससे उन्हें इस्तीफा देना पड़े.
यह भी पढ़ें- केरल विधानसभा में हंगामा, विपक्ष ने शिक्षा मंत्री का इस्तीफा मांगा
केरल सरकार की याचिका को खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार और विधायकों के विशेषाधिकार उन्हें आपराधिक कानून से नहीं बचा सकते. सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की तुलना सदन की कार्यवाही से नहीं की जा सकती.