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कर्नाटक पुलिस लोकल नेटवर्क ट्रैक करने के लिए ISI एजेंट से कर रही पूछताछ

पाकिस्तान की इंटर-सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) के लिए जासूसी करने के आरोपी से कर्नाटक पुलिस पूछताछ कर रही है. उसे 12 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया है. पुलिस ने उसके मोबाइल से डिलीट डेटा को दोबारा हासिल कर लिया है और उसके संपर्कों को ट्रैक करना शुरू कर दिया है.

आरोपी जितेंद्र सिंह
आरोपी जितेंद्र सिंह
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Published : Sep 21, 2021, 4:15 PM IST

बेंगलुरु : कर्नाटक पुलिस बेंगलुरु में लोकल नेटवर्क को ट्रैक करने के लिए पाकिस्तान की इंटर-सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार आरोपी जितेंद्र सिंह से पूछताछ कर रही है.

सिटी क्राइम ब्रांच (सीसीबी) ने मिल्रिटी इंटेलिजेंस के साथ संयुक्त अभियान में सोमवार को आरोपी को गिरफ्तार किया था. संयुक्त आयुक्त (अपराध) संदीप पाटिल ने बताया कि आरोपी को आगे की पूछताछ के लिए 12 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. आरोपी का मोबाइल फोन फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी डिवीजन (एफएसएल) को भेजा गया.

पुलिस सूत्रों ने कहा कि उन्होंने चार लोगों की तलाश शुरू कर दी है, जो उसके साथ रह रहे थे और जो अभी फरार हैं. जांचकर्ता बेंगलुरु जाने को लेकर उसके मकसद के बारे में भी पूछताछ कर रहे हैं. पुलिस ने उसके मोबाइल से डिलीट डेटा को दोबारा हासिल कर लिया है और उसके संपर्कों को ट्रैक करना शुरू कर दिया है.

आरोपी की पहचान जितेंद्र सिंह के रूप में हुई है, जो राजस्थान के बाड़मेर जिले का रहने वाला है. सूत्रों का कहना है कि आरोपी सेना के ठिकानों, फायरिंग रेंज और भारतीय सेना की आवाजाही के वीडियो और तस्वीरें लेते थे और फिर उन्हें आईएसआई एजेंटों के पास भेजते थे.

सूत्रों ने कहा, फोटो और वीडियो लेते समय आरोपी ने भारतीय सेना की वर्दी पहनी हुई थी. वीडियो, फोटो, वॉयस मैसेज भेजने के बाद वह उन्हें डिलीट कर देता था. हालांकि, पुलिस अधिकारी सभी मिटाए गए संदेशों को दोबारा हासिल करने में कामयाब रही है.

आरोपी जासूस को 'नेहा उर्फ पूजाजी' नाम के फर्जी फेसबुक अकाउंट से जाल बिछाया था. फेसबुक पर सेना की वर्दी पहने फोटो को देखने के बाद आईएसआई ने जितेंद्र सिंह से फेसबुक पर दोस्ती की थी.

सूत्रों ने आगे कहा कि वह 2016 में आईएसआई के संपर्क में आया था. कई साल तक मीठी-मीठी बातें करने के बाद, उसे मोटी रकम के बदले में वीडियो, फोटो और अन्य जानकारी भेजने के लिए कहा गया. आरोपी मान गया और अपने आदेश का पालन किया. सूत्रों ने कहा कि उसे अलग-अलग खातों से डिजिटल रूप से भुगतान किया गया था.

फेसबुक पर जितेंद्र सिंह और नेहा के बीच हुई बातचीत को देखते हुए मिल्रिटी इंटेलिजेंस ने अकाउंट्स पर नजर रखना शुरू कर दिया था. नेहा के अकाउंट में पाकिस्तान में कराची का आईपी एड्रेस दिखाया गया था.

पढ़ें- ISI को भेज रहा था महत्वपूर्ण जानकारी, राजस्थान का जासूस गिरफ्तार

जितेंद्र करीब दो महीने पहले बेंगलुरु शिफ्ट हुआ था. यहां उसने कपासपेट के जॉली मोहल्ला में दुकानदारों को कपड़ा व्यापारी बताया था. मिल्रिटी इंटेलिजेंस स्लीथ्स और कर्नाटक पुलिस सिटी क्राइम ब्रांच (सीसीबी) पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में उसे गिरफ्तार किया गया.

बेंगलुरु : कर्नाटक पुलिस बेंगलुरु में लोकल नेटवर्क को ट्रैक करने के लिए पाकिस्तान की इंटर-सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार आरोपी जितेंद्र सिंह से पूछताछ कर रही है.

सिटी क्राइम ब्रांच (सीसीबी) ने मिल्रिटी इंटेलिजेंस के साथ संयुक्त अभियान में सोमवार को आरोपी को गिरफ्तार किया था. संयुक्त आयुक्त (अपराध) संदीप पाटिल ने बताया कि आरोपी को आगे की पूछताछ के लिए 12 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. आरोपी का मोबाइल फोन फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी डिवीजन (एफएसएल) को भेजा गया.

पुलिस सूत्रों ने कहा कि उन्होंने चार लोगों की तलाश शुरू कर दी है, जो उसके साथ रह रहे थे और जो अभी फरार हैं. जांचकर्ता बेंगलुरु जाने को लेकर उसके मकसद के बारे में भी पूछताछ कर रहे हैं. पुलिस ने उसके मोबाइल से डिलीट डेटा को दोबारा हासिल कर लिया है और उसके संपर्कों को ट्रैक करना शुरू कर दिया है.

आरोपी की पहचान जितेंद्र सिंह के रूप में हुई है, जो राजस्थान के बाड़मेर जिले का रहने वाला है. सूत्रों का कहना है कि आरोपी सेना के ठिकानों, फायरिंग रेंज और भारतीय सेना की आवाजाही के वीडियो और तस्वीरें लेते थे और फिर उन्हें आईएसआई एजेंटों के पास भेजते थे.

सूत्रों ने कहा, फोटो और वीडियो लेते समय आरोपी ने भारतीय सेना की वर्दी पहनी हुई थी. वीडियो, फोटो, वॉयस मैसेज भेजने के बाद वह उन्हें डिलीट कर देता था. हालांकि, पुलिस अधिकारी सभी मिटाए गए संदेशों को दोबारा हासिल करने में कामयाब रही है.

आरोपी जासूस को 'नेहा उर्फ पूजाजी' नाम के फर्जी फेसबुक अकाउंट से जाल बिछाया था. फेसबुक पर सेना की वर्दी पहने फोटो को देखने के बाद आईएसआई ने जितेंद्र सिंह से फेसबुक पर दोस्ती की थी.

सूत्रों ने आगे कहा कि वह 2016 में आईएसआई के संपर्क में आया था. कई साल तक मीठी-मीठी बातें करने के बाद, उसे मोटी रकम के बदले में वीडियो, फोटो और अन्य जानकारी भेजने के लिए कहा गया. आरोपी मान गया और अपने आदेश का पालन किया. सूत्रों ने कहा कि उसे अलग-अलग खातों से डिजिटल रूप से भुगतान किया गया था.

फेसबुक पर जितेंद्र सिंह और नेहा के बीच हुई बातचीत को देखते हुए मिल्रिटी इंटेलिजेंस ने अकाउंट्स पर नजर रखना शुरू कर दिया था. नेहा के अकाउंट में पाकिस्तान में कराची का आईपी एड्रेस दिखाया गया था.

पढ़ें- ISI को भेज रहा था महत्वपूर्ण जानकारी, राजस्थान का जासूस गिरफ्तार

जितेंद्र करीब दो महीने पहले बेंगलुरु शिफ्ट हुआ था. यहां उसने कपासपेट के जॉली मोहल्ला में दुकानदारों को कपड़ा व्यापारी बताया था. मिल्रिटी इंटेलिजेंस स्लीथ्स और कर्नाटक पुलिस सिटी क्राइम ब्रांच (सीसीबी) पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में उसे गिरफ्तार किया गया.

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