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Cauvery row : कर्नाटक ने कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण से आदेश की समीक्षा करने का किया आग्रह - कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण

कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच कावेरी नदी के पानी को लेकर विवाद है. सीडब्ल्यूएमए ने कर्नाटक को निर्देश दिया था कि वह 15 अक्टूबर तक तमिलनाडु के लिए प्रतिदिन 3,000 क्यूसेक जल छोड़े. इस पर कर्नाटक के डिप्टी सीएम ने कहा कि वह प्राधिकरण से इस आदेश की समीक्षा की अपील करेंगे.

D K Shivakumar
डीके शिवकुमार
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By PTI

Published : Oct 1, 2023, 7:16 PM IST

बेंगलुरु : कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार (D K Shivakumar) ने रविवार को कहा कि राज्य ने कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण (सीडब्ल्यूएमए) के समक्ष एक याचिका दायर कर पड़ोसी तमिलनाडु के लिए नदी का पानी छोड़ने के उसके आदेश की समीक्षा की मांग की है.

सीडब्ल्यूएमए ने शुक्रवार को कर्नाटक को निर्देश दिया था कि वह 15 अक्टूबर तक तमिलनाडु के लिए प्रतिदिन 3,000 क्यूसेक जल छोड़े, हालांकि कर्नाटक ने कहा था कि उसके पास पर्याप्त पानी नहीं है.

राज्य के जल संसाधन मंत्री शिवकुमार ने हालांकि कहा कि कावेरी बेसिन के जलाशयों में जल प्रवाह बढ़कर 15,000 क्यूसेक तक पहुंचना राहत का संकेत है. शिवकुमार ने कहा, 'शनिवार दोपहर को ही हमने एमएन वेंकटचलैया (भारत के पूर्व प्रधान न्यायाधीश) समेत वरिष्ठ पूर्व न्यायाधीशों के सुझावों के बाद समीक्षा की मांग करते हुए प्रबंधन प्राधिकरण (सीडब्ल्यूएमए) के समक्ष एक याचिका दायर की.'

उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, 'इस बीच, मुझे आज सुबह एक रिपोर्ट मिली है - मैं दिन में दो से तीन बार जांच कर रहा हूं - आज प्रवाह 15,000 क्यूसेक है. यह अभी के लिए अच्छी खबर है.'

उन्होंने कहा कि किसानों और (कावेरी बेसिन) क्षेत्र के लोगों को बारिश के लिए भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए. शिवकुमार ने कहा, 'अगर ऐसे ही जल प्रवाह बढ़ता रहा तो ज्यादा परेशानी नहीं होगी. हमने राज्य के किसानों की फसलों के लिए पानी छोड़ दिया है.'

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बेंगलुरु : कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार (D K Shivakumar) ने रविवार को कहा कि राज्य ने कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण (सीडब्ल्यूएमए) के समक्ष एक याचिका दायर कर पड़ोसी तमिलनाडु के लिए नदी का पानी छोड़ने के उसके आदेश की समीक्षा की मांग की है.

सीडब्ल्यूएमए ने शुक्रवार को कर्नाटक को निर्देश दिया था कि वह 15 अक्टूबर तक तमिलनाडु के लिए प्रतिदिन 3,000 क्यूसेक जल छोड़े, हालांकि कर्नाटक ने कहा था कि उसके पास पर्याप्त पानी नहीं है.

राज्य के जल संसाधन मंत्री शिवकुमार ने हालांकि कहा कि कावेरी बेसिन के जलाशयों में जल प्रवाह बढ़कर 15,000 क्यूसेक तक पहुंचना राहत का संकेत है. शिवकुमार ने कहा, 'शनिवार दोपहर को ही हमने एमएन वेंकटचलैया (भारत के पूर्व प्रधान न्यायाधीश) समेत वरिष्ठ पूर्व न्यायाधीशों के सुझावों के बाद समीक्षा की मांग करते हुए प्रबंधन प्राधिकरण (सीडब्ल्यूएमए) के समक्ष एक याचिका दायर की.'

उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, 'इस बीच, मुझे आज सुबह एक रिपोर्ट मिली है - मैं दिन में दो से तीन बार जांच कर रहा हूं - आज प्रवाह 15,000 क्यूसेक है. यह अभी के लिए अच्छी खबर है.'

उन्होंने कहा कि किसानों और (कावेरी बेसिन) क्षेत्र के लोगों को बारिश के लिए भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए. शिवकुमार ने कहा, 'अगर ऐसे ही जल प्रवाह बढ़ता रहा तो ज्यादा परेशानी नहीं होगी. हमने राज्य के किसानों की फसलों के लिए पानी छोड़ दिया है.'

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