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राजस्थान : करौली में तीसरे दिन बनी रही शांति, डोर-टू-डोर पहुंचाई गई जरूरी सामग्री

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Published : Apr 4, 2022, 10:14 PM IST

करौली में तीसरे दिन (Curfew in Karauli) भी कर्फ्यू के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. हालांकि आज लोगोें को प्रशासन की ओर से डोर टू डोर जरूरी सामग्री उपलब्ध कराई गई. इसके साथ ही पुलिस और प्रशासन की टीम ने इलाकों का दौरा कर लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की. इंटरनेट सेवा भी बंद है.

karauli
करौली हिंसा

करौली. जिले में बवाल के बाद शांति स्थापित करने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से लगातार कवायद जारी है. जिले में आज कर्फ्यू (Curfew in Karauli) का तीसरा दिन रहा और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. इसके अलावा रात 12 बजे तक नेटबंदी होने की वजह से भी आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उधर, लगातार अफवाहों का दौर जारी है, जिससे लोग भयभीत हैं. कर्फ्यू के तीसरे दिन करौली में लोगों को जरूरत की चीजें डोर टू डोर उपलब्ध कराई गई. इलाकों में गश्त बढ़ाने के साथ ही पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील कर रही है.

शहर में हिंदू नव वर्ष के उपलक्ष्य में हिंदू समाज करौली के तत्वावधान में शहर की सड़कों पर शनिवार को निकाली जा रही रैली के बाद दो पक्षों में पथराव के बाद बवाल हो गया था. शांति व्यवस्था स्थापित करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से कर्फ्यू के आदेश जारी कर दिए गए थे, जिसके बाद आज तीसरे दिन सोमवार को करौली की सड़कें वीरान रहीं. इसके अलावा करौली में नेंटबंदी होने की वजह से भी आम जन को परेशानी हो रही है. जिला प्रशासन की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार सरकारी कार्यालयों में कार्मिकों को आने जाने के लिए अपना आई कार्ड दिखाकर जाने की छूट दी गई. ऐसे में कर्मचारी दफ्तर जाते भी दिखाई दिए.

करौली हिंसा पर सांसद

बोर्ड परीक्षार्थियों परीक्षा देने जाने की छूट, रसद सप्लाई भी की गई- दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र दिखाकर परीक्षा देने जाने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से जाने की अनुमति दी गई थी. जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि करौली में शांति व्यवस्था स्थापित करने के लिए शहर के प्रबुद्ध जनों के साथ लगातार बैठकें आयोजित की जा रही हैं. लोगों से शांति की भी अपील की जा रही है. शहर में कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती भी बरत रही है. आमजन को दूध और दैनिक चीजों की सप्लाई के लिए जिला रसद अधिकारी के नेतृत्व में सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे तक डोर टू डोर आमजन को रसद सामग्री उपलब्ध कराई गई.

एसआईटी कर रही जांच - मामले में एसआईटी का गठन कर दिया गया है जो शांति भंग करने वाले आरोपियों के खिलाफ जांच कर रही है. इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. इधर, करौली शहर में अफवाह फैलने का दौर भी जारी है जिससे लोगों में भय का माहौल है. रविवार के दिन भी करौली में दुकान में आगजनी की घटना सामने आई थी. इसके बाद ऐतिहासिक तौर पर अतिरिक्त पुलिस जाप्ता भी तैनात किया गया. सरकार की तरफ से जिले में 50 से अधिक पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है जिनमें सीआईडी सीबी क्राइम ब्रांच की डीआईजी प्रीति चंद्रा, आईपीएस अफसर राहुल प्रकाश, करौली के पूर्व एसपी मृदुल कच्छावा, भरतपुर आईजी, भरतपुर संभागीय आयुक्त, एसपी शैलेंद्र सिंह इंदौलिया समेत पुलिस के आला अधिकारी गश्त करने के साथ ही आमजन से शांति की अपील कर रहे हैं.

करौली हिंसा पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट

सीएम गहलोत का बयान निंदनीय- करौली में प्रबुद्ध जनों की बैठक में बाड़मेर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से भाजपा और केंद्र सरकार के खिलाफ दिए गए बयान के बाद करौली-धौलपुर सांसद डॉ. मनोज राजोरिया ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने ऐसा बोला है तो यह निंदनीय है. मुख्यमंत्री करौली में आकर देखें कि किसने शांति को भंग किया है. घटना वाले दिन भी करौली विधायक लाखन सिंह और वह खुद दोनों मिलकर दोनों पक्षों के समाज के साथ बैठक कर शहर में शांति बनाए रखने की अपील की. करौली में भाजपा की ओर से ऐसी कोई घटना को अंजाम नहीं दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री को पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश देने चाहिए.

ये भी पढ़ें : Rajasthan Violence: मौत की आग में घिरी चार जिंदगियां बचाने वाले कांस्टेबल से CM ने की बात

करौली. जिले में बवाल के बाद शांति स्थापित करने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से लगातार कवायद जारी है. जिले में आज कर्फ्यू (Curfew in Karauli) का तीसरा दिन रहा और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. इसके अलावा रात 12 बजे तक नेटबंदी होने की वजह से भी आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उधर, लगातार अफवाहों का दौर जारी है, जिससे लोग भयभीत हैं. कर्फ्यू के तीसरे दिन करौली में लोगों को जरूरत की चीजें डोर टू डोर उपलब्ध कराई गई. इलाकों में गश्त बढ़ाने के साथ ही पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील कर रही है.

शहर में हिंदू नव वर्ष के उपलक्ष्य में हिंदू समाज करौली के तत्वावधान में शहर की सड़कों पर शनिवार को निकाली जा रही रैली के बाद दो पक्षों में पथराव के बाद बवाल हो गया था. शांति व्यवस्था स्थापित करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से कर्फ्यू के आदेश जारी कर दिए गए थे, जिसके बाद आज तीसरे दिन सोमवार को करौली की सड़कें वीरान रहीं. इसके अलावा करौली में नेंटबंदी होने की वजह से भी आम जन को परेशानी हो रही है. जिला प्रशासन की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार सरकारी कार्यालयों में कार्मिकों को आने जाने के लिए अपना आई कार्ड दिखाकर जाने की छूट दी गई. ऐसे में कर्मचारी दफ्तर जाते भी दिखाई दिए.

करौली हिंसा पर सांसद

बोर्ड परीक्षार्थियों परीक्षा देने जाने की छूट, रसद सप्लाई भी की गई- दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र दिखाकर परीक्षा देने जाने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से जाने की अनुमति दी गई थी. जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि करौली में शांति व्यवस्था स्थापित करने के लिए शहर के प्रबुद्ध जनों के साथ लगातार बैठकें आयोजित की जा रही हैं. लोगों से शांति की भी अपील की जा रही है. शहर में कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती भी बरत रही है. आमजन को दूध और दैनिक चीजों की सप्लाई के लिए जिला रसद अधिकारी के नेतृत्व में सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे तक डोर टू डोर आमजन को रसद सामग्री उपलब्ध कराई गई.

एसआईटी कर रही जांच - मामले में एसआईटी का गठन कर दिया गया है जो शांति भंग करने वाले आरोपियों के खिलाफ जांच कर रही है. इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. इधर, करौली शहर में अफवाह फैलने का दौर भी जारी है जिससे लोगों में भय का माहौल है. रविवार के दिन भी करौली में दुकान में आगजनी की घटना सामने आई थी. इसके बाद ऐतिहासिक तौर पर अतिरिक्त पुलिस जाप्ता भी तैनात किया गया. सरकार की तरफ से जिले में 50 से अधिक पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है जिनमें सीआईडी सीबी क्राइम ब्रांच की डीआईजी प्रीति चंद्रा, आईपीएस अफसर राहुल प्रकाश, करौली के पूर्व एसपी मृदुल कच्छावा, भरतपुर आईजी, भरतपुर संभागीय आयुक्त, एसपी शैलेंद्र सिंह इंदौलिया समेत पुलिस के आला अधिकारी गश्त करने के साथ ही आमजन से शांति की अपील कर रहे हैं.

करौली हिंसा पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट

सीएम गहलोत का बयान निंदनीय- करौली में प्रबुद्ध जनों की बैठक में बाड़मेर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से भाजपा और केंद्र सरकार के खिलाफ दिए गए बयान के बाद करौली-धौलपुर सांसद डॉ. मनोज राजोरिया ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने ऐसा बोला है तो यह निंदनीय है. मुख्यमंत्री करौली में आकर देखें कि किसने शांति को भंग किया है. घटना वाले दिन भी करौली विधायक लाखन सिंह और वह खुद दोनों मिलकर दोनों पक्षों के समाज के साथ बैठक कर शहर में शांति बनाए रखने की अपील की. करौली में भाजपा की ओर से ऐसी कोई घटना को अंजाम नहीं दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री को पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश देने चाहिए.

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