हैदराबाद : तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की खास राजदार रहीं हैं वीके शशिकला. वह 1991 से ही उनकी सबसे अहम सहयोगी रहीं हैं. 1991 में जयललिता पहली बार मुख्यमंत्री बनीं थीं.
1984 में वह वीडियो पार्लर चलाया करती थीं. उनकी दुकान चेन्नई में थी.
उनके पति नटराजन एक सरकारी अधिकारी थे.
सरकारी कार्यक्रम में शशिकला की वीडियो पार्लर को वीडियो शूट करने का काम मिलता था. इसी क्रम में एक बार उनकी मुलाकात जयललिता से हुई. उसके बाद उनका साथ लगातार बना रहा.
शशिकला तंजौर जिले की रहने वाली हैं. उनका जन्म 1956 में हुआ.
शशिकला की पढ़ाई मन्नरकुडी में हुई.
शशिकला की शादी के मौके पर तत्कालीन सीएम एम करुणानिधि आशीर्वाद देने पहुंचे थे.
एआईएडीएमके के संस्थापक एमजी आर के निधन के बाद जयललिता राजनीति में बहुत सक्रिय भागीदारी कर रहीं थीं. उस समय उन्हें एक खास सहयोगी की जरूरत थी. और शशिकला उस वक्त उनके साथ खड़ी थीं.
तभी से शशिकला हर कार्यक्रम में उनके साथ घूमने लगीं. उनकी सबसे अहम विश्वास पात्र बन गईं.
1988 से शशिकला जयललिता के आवास पोएस गार्ड में ही रहती थीं.
1991 में सीएम बनने के बाद जयललिता उन पर काफी निर्भर रहतीं थीं.
सारे महत्वपूर्ण फैसलों में शशिकला की दखल होती थी.
जयललिता ने शशिकला के बेटे वीएन सुधाकरन को गोद ले लिया.
सुधाकरन की शादी सुर्खियों में रही थी. इसमें बहुत अधिक पैसे खर्च किए गए थे.
शशिकला का बढ़ता रूख पार्टी में दूसरे नेताओं के लिए दिक्कतें पैदा करने लगा.
1996 में जयललिता चुनाव हार गईं. शशिकला के साथ जयललिता भी जेल गईं.
थोड़े समय के लिए जयललिता और शशिकला के बीच दूरी बढ़ी. पर बहुत जल्द पुराने संबंध कायम हो गए.
2011 तक शशिकला का असर जयललिता पर कायम रहा.
2011 में जयललिता फिर से सीएम बनीं. लेकिन इस बार जयललिता को शशिकला पर भरोसा नहीं रहा.
जयललिता ने उऩके परिवार के सभी लोगों को अपने आवास से निकाल दिया.
2012 में शशिकला ने जयललिता से माफी मांग ली. उसके बाद फिर से दोनों साथ हो गईं.
2014 में आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में शशिकला को जेल हो गई.