रांचीः इजराइल में फंसी झारखंड की विनीता घोष सकुशल रांची लौट आई हैं. भारत सरकार के ऑपरेशन अजय के जरिए विनीता पहले दिल्ली पहुंचीं और फिर शनिवार शाम रांची लौट आईं. विनीता घोष जैसे ही रांची एयरपोर्ट से बाहर निकलीं वो अपनी मां और पिता से लिपट गईं. सांसद महुआ माजी द्वारा विनीता का रांची एयरपोर्ट पर स्वागत किया गया.
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रांची एयरपोर्ट पर विनीता के माता-पिता के अलावा राज्यसभा सांसद महुआ माजी के साथ-साथ बड़ी संख्या में विनीता के परिचित और रिश्तेदार मौजूद रहे. जैसे ही विनीता रांची एयरपोर्ट से बाहर निकलीं वह भावुक हो गईं और अपने माता-पिता से काफी देर तक लिपटकर रोती रहीं. भगवान कृष्ण को मानने वाले विनीता के पिता विश्वजीत घोष ने बेटी के रांची लौट आने पर ईश्वर को कोटि-कोटि धन्यवाद दिया. इस्कॉन टेंपल से जुड़े लोगों ने विनीता के पहुंचने पर भजन-कीर्तन किया. विनीता घोष के आने की खुशी में एयरपोर्ट पर मिठाइयां बांटी गयीं.
इजराइल सरकार ने की मददः विनीता घोष ने बताया कि इजरायल हमास युद्ध के दौरान दो दिन के भीतर कई बार मिसाइल से हमले किए गए. इस दौरान उनकी सुरक्षा के लिए इजराइल सरकार ने पुख्ता इंतजाम किए थे. बंकर में उनके रहने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई थी, साथ ही उनके खाने-पीने की व्यवस्थाएं भी की गई थीं. जब तक वो इजराइल में थीं, उन्हें खाने-पीने में कोई दिक्कत नहीं हुई. इजराइल में बचे हुए भारतीयों का भी रेस्क्यू किया जा रहा है. ऑपरेशन अजय के दौरान भारतीय एंबेसी ने सभी छात्रों की बहुत मदद की. विनीता ने बताया कि इजराइल में बहुत अच्छी पढ़ाई होती है. ऐसे में जैसे ही इजराइल में शांति व्यवस्था कायम हो जाएगी वह तुरंत पढ़ाई के लिए वापस लौट जाएंगी.
जानिए, कौन हैं विनीता घोषः रांची यूनिवर्सिटी की छात्रा विनीता घोष ने जूलॉजी में एमएससी करने के बाद रिसर्च के लिए विदेश जाने का मन बना लिया था. पहले वो भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर से जुड़ीं और बाद में विनीता ने तेल अवीव यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ लाइफ साइंस के शोध से जुड़ने का अवसर मिल गया. मौका मिलने के बाद विनीता घोष इजराइल चली गईं और वहीं रिसर्च कर रही थीं. विनीता की पढ़ाई और रिसर्च दोनों ही बेहतरीन तरीके से इजराइल में जारी थी लेकिन इसी बीच हमास और इजरायल के बीच युद्ध छिड़ गया है जिसके चलते वह अपने देश वापस लौट आई.