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जीआई प्रमाणित जलगांव केला दुबई को निर्यात किया गया : वाणिज्य मंत्रालय - जलगांव केला दुबई को निर्यात

भारत ने दुबई को विशिष्ट भौगोलिक पहचान (जीआई) से प्रमाणित जलगांव केले का निर्यात किया है. मंत्रालय ने बताया कि भारत ने वर्ष 2020-21 के दौरान 619 करोड़ रुपये के 1.91 लाख टन केले का निर्यात किया है.

जलगांव केला
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Published : Jun 16, 2021, 9:19 PM IST

नई दिल्ली : भारत ने दुबई को विशिष्ट भौगोलिक पहचान (जीआई) से प्रमाणित जलगांव केले का निर्यात किया है, वाणिज्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी. जीआई टैग उत्पादकों को उत्पाद का प्रीमियम मूल्य प्राप्त करने में मदद करता है क्योंकि कोई अन्य निर्माता समान वस्तुओं के विपणन के लिए नाम का दुरुपयोग नहीं कर सकता है.

एक भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग का उपयोग एक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र से उत्पन्न होने वाले कृषि, प्राकृतिक या निर्मित उत्पाद (हस्तशिल्प और औद्योगिक सामान) के लिए किया जाता है. आमतौर पर, ऐसा नाम गुणवत्ता और विशिष्टता का आश्वासन देता है, जो अनिवार्य रूप से इसके मूल स्थान के कारण होता है.

दार्जिलिंग चाय, तिरुपति लड्डू, कांगड़ा पेंटिंग, नागपुर नारंगी, और कश्मीर पश्मीना भारत में पंजीकृत जीआई उत्पादों में से हैं.

मंत्रालय ने कहा कि भारत ने वर्ष 2020-21 के दौरान 619 करोड़ रुपये के 1.91 लाख टन केले का निर्यात किया है.

इसने कहा, '22 टन जीआई-प्रमाणित जलगांव केले, महाराष्ट्र के जलगांव जिले के तंदलवाड़ी गांव के प्रगतिशील किसानों से प्राप्त किए गए थे, जो कृषि निर्यात नीति के तहत पहचाने जाने वाले केला क्षेत्र है.' वर्ष 2016 में जलगांव केले को जीआई सर्टिफिकेशन मिला था.

पढ़ें - माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट 'कू' ने असमिया सेवा शुरू की

भारत केले के कुल उत्पादन में लगभग 25 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ केले का दुनिया में प्रमुख उत्पादक देश है. आंध्र प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश देश के केले के उत्पादन में 70 प्रतिशत से अधिक का योगदान करते हैं.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : भारत ने दुबई को विशिष्ट भौगोलिक पहचान (जीआई) से प्रमाणित जलगांव केले का निर्यात किया है, वाणिज्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी. जीआई टैग उत्पादकों को उत्पाद का प्रीमियम मूल्य प्राप्त करने में मदद करता है क्योंकि कोई अन्य निर्माता समान वस्तुओं के विपणन के लिए नाम का दुरुपयोग नहीं कर सकता है.

एक भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग का उपयोग एक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र से उत्पन्न होने वाले कृषि, प्राकृतिक या निर्मित उत्पाद (हस्तशिल्प और औद्योगिक सामान) के लिए किया जाता है. आमतौर पर, ऐसा नाम गुणवत्ता और विशिष्टता का आश्वासन देता है, जो अनिवार्य रूप से इसके मूल स्थान के कारण होता है.

दार्जिलिंग चाय, तिरुपति लड्डू, कांगड़ा पेंटिंग, नागपुर नारंगी, और कश्मीर पश्मीना भारत में पंजीकृत जीआई उत्पादों में से हैं.

मंत्रालय ने कहा कि भारत ने वर्ष 2020-21 के दौरान 619 करोड़ रुपये के 1.91 लाख टन केले का निर्यात किया है.

इसने कहा, '22 टन जीआई-प्रमाणित जलगांव केले, महाराष्ट्र के जलगांव जिले के तंदलवाड़ी गांव के प्रगतिशील किसानों से प्राप्त किए गए थे, जो कृषि निर्यात नीति के तहत पहचाने जाने वाले केला क्षेत्र है.' वर्ष 2016 में जलगांव केले को जीआई सर्टिफिकेशन मिला था.

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भारत केले के कुल उत्पादन में लगभग 25 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ केले का दुनिया में प्रमुख उत्पादक देश है. आंध्र प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश देश के केले के उत्पादन में 70 प्रतिशत से अधिक का योगदान करते हैं.

(पीटीआई-भाषा)

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