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Indore: अनूठा विवाह भगवान ब्रह्मा विष्णु नारायण शिव का होगा विवाह, ग्रामीण बनेंगे बाराती, खर्च की कोई सीमा नहीं

इंदौर के व्यापारी देवकरण चौहान का ईश्वर के प्रति अद्भुत प्रेम है. वे 13 सालों से जमीन पर सो रहे हैं और बाहर का अन्न-जल ग्रहण नहीं करते. देवकरण चौहान ने चार देवी-देवताओं की शादी का 13 दिवसीय आयोजन रखा है. उनका कहना है कि धर्म पिता का आदेश है, इसलिए मैंने यह आयोजन रखा है. निमंत्रण पत्र बांटकर कई देवी-देवताओं को आमंत्रित किया है. हिंदू रीति रिवाज के हिसाब से भगवान की लग्न लिखी गई है. चार देवी-देवताओं के ब्याह कराए जाएंगे, इसमें मंडप लगेगा और भक्ति संगीत के साथ धूमधाम से बरात निकाली जाएगी.

Lord Brahma Vishnu Narayan Shiva married
भगवान ब्रह्मा विष्णु नारायण शिव का होगा विवाह
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Published : May 31, 2022, 10:55 PM IST

इंदौर। कहां जाता है जब ईश्वर में लगन लग जाती है, तो व्यक्ति भगवान में ही अपने सारे रिश्ते नाते देखता है और अपना जीवन जीता है. सांसारिक जीवन में पिता अपने बच्चों के विवाह कर्म को पूरा करने का कार्य करता है. परंतु इंदौर से करीब 20 किलोमीटर दूर एक ऐसा गांव है, जहां एक व्यक्ति भगवान का विवाह आयोजित कर रहा है. दरअसल यह विवाह समारोह भगवान ब्रह्मा, विष्णु, नारायण, और शिव के लिए आयोजित किया जा रहा है.

Lord Brahma Vishnu Narayan Shiva married
भगवान ब्रह्मा विष्णु नारायण शिव का होगा विवाह

विवाह की सभी रस्में की जाएगी पूरी: दातोदा ग्राम के निवासी देवकरण चौहान, भगवान ब्रह्मा, विष्णु, नारायण और शिव का विवाह कराने जा रहे हैं. यह विवाह समारोह 30 मई से शुरू होकर 11 जून तक चलेगा, जिसमें विवाह की सभी रस्में पूरी की जाएंगी. भगवान ब्रह्मा, विष्णु, नारायण और शिव के विवाह के लिए गणेश पूजन के साथ मंडप और शुभ लग्न का भी आयोजन किया गया है.

विवाह के लिए छपवाई पत्रिका, सभी को दिया निमंत्रण: भगवान ब्रह्मा, विष्णु, नारायण और शिव के विवाह के लिए देवकरण चौहान ने विवाह पत्रिका भी छपाई है. यह पत्रिका विभिन्न रिश्तेदारों को भेजी जा रही है. वहीं विवाह के लिए हिंदू धर्म की मान्यता अनुसार 33 कोटि देवी देवताओं को भी निमंत्रित किया गया है. वहीं भगवान महाकाल, ओंकारेश्वर और पावागढ़ काली मैया को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है. भगवान गणेश को इस आयोजन में विनीत के रूप में बताया गया है.

विवाह का रिसेप्शन नहीं, भंडारे का आयोजन: भगवान ब्रह्मा, विष्णु, नारायण और शिव का विवाह आयोजित करने वाले देवकरण चौहान का कहना है कि यह आयोजन धर्म पिता ईश्वर के आदेश के अनुसार किया जा रहा है. वे कई सालों से बाहर भोजन नहीं करते हैं और जमीन पर ही सोते हैं. इस आयोजन के लिए उन्होंने पूर्व में संकल्प लिया था, इसी के चलते यह आयोजन किया जा रहा है. विवाह समारोह संपन्न होने के बाद विवाह में दिए जाने वाले रिसेप्शन की तरह ही सभी जनों के लिए भंडारे का आयोजन किया गया है. इस विवाह को लेकर ग्राम के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र के लोगों में काफी उत्साह है.

अलग-अलग दिन होगा विवाह आयोजन: देवकरण चौहान ने बताया कि भगवान ब्रह्मा और सरस्वती की शादी के लिए गणेश पूजन 30 मई को किया गया. वहीं इनका मंडप और शुभ लग्न 31 मई को होगा. भगवान विष्णु और लक्ष्मी के विवाह का गणेश पूजन 7 जून को होगा और उनका विवाह 8 जून को होगा. इसी तरह नारायण एवं तुलसी विवाह का गणेश पूजन 7 जून को और विवाह 10 जून को होगा. भगवान शिव और सती के विवाह के लिए गणेश पूजन 30 मई को और इनका विवाह 11 जून को होना तय किया गया है. इस विवाह आयोजन के लिए देवकरण चौहान और उनका परिवार हर रस्म पूरी कर रहा है और इसके लिए खर्च की कोई सीमा भी नहीं रखी गई है.

इंदौर। कहां जाता है जब ईश्वर में लगन लग जाती है, तो व्यक्ति भगवान में ही अपने सारे रिश्ते नाते देखता है और अपना जीवन जीता है. सांसारिक जीवन में पिता अपने बच्चों के विवाह कर्म को पूरा करने का कार्य करता है. परंतु इंदौर से करीब 20 किलोमीटर दूर एक ऐसा गांव है, जहां एक व्यक्ति भगवान का विवाह आयोजित कर रहा है. दरअसल यह विवाह समारोह भगवान ब्रह्मा, विष्णु, नारायण, और शिव के लिए आयोजित किया जा रहा है.

Lord Brahma Vishnu Narayan Shiva married
भगवान ब्रह्मा विष्णु नारायण शिव का होगा विवाह

विवाह की सभी रस्में की जाएगी पूरी: दातोदा ग्राम के निवासी देवकरण चौहान, भगवान ब्रह्मा, विष्णु, नारायण और शिव का विवाह कराने जा रहे हैं. यह विवाह समारोह 30 मई से शुरू होकर 11 जून तक चलेगा, जिसमें विवाह की सभी रस्में पूरी की जाएंगी. भगवान ब्रह्मा, विष्णु, नारायण और शिव के विवाह के लिए गणेश पूजन के साथ मंडप और शुभ लग्न का भी आयोजन किया गया है.

विवाह के लिए छपवाई पत्रिका, सभी को दिया निमंत्रण: भगवान ब्रह्मा, विष्णु, नारायण और शिव के विवाह के लिए देवकरण चौहान ने विवाह पत्रिका भी छपाई है. यह पत्रिका विभिन्न रिश्तेदारों को भेजी जा रही है. वहीं विवाह के लिए हिंदू धर्म की मान्यता अनुसार 33 कोटि देवी देवताओं को भी निमंत्रित किया गया है. वहीं भगवान महाकाल, ओंकारेश्वर और पावागढ़ काली मैया को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है. भगवान गणेश को इस आयोजन में विनीत के रूप में बताया गया है.

विवाह का रिसेप्शन नहीं, भंडारे का आयोजन: भगवान ब्रह्मा, विष्णु, नारायण और शिव का विवाह आयोजित करने वाले देवकरण चौहान का कहना है कि यह आयोजन धर्म पिता ईश्वर के आदेश के अनुसार किया जा रहा है. वे कई सालों से बाहर भोजन नहीं करते हैं और जमीन पर ही सोते हैं. इस आयोजन के लिए उन्होंने पूर्व में संकल्प लिया था, इसी के चलते यह आयोजन किया जा रहा है. विवाह समारोह संपन्न होने के बाद विवाह में दिए जाने वाले रिसेप्शन की तरह ही सभी जनों के लिए भंडारे का आयोजन किया गया है. इस विवाह को लेकर ग्राम के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र के लोगों में काफी उत्साह है.

अलग-अलग दिन होगा विवाह आयोजन: देवकरण चौहान ने बताया कि भगवान ब्रह्मा और सरस्वती की शादी के लिए गणेश पूजन 30 मई को किया गया. वहीं इनका मंडप और शुभ लग्न 31 मई को होगा. भगवान विष्णु और लक्ष्मी के विवाह का गणेश पूजन 7 जून को होगा और उनका विवाह 8 जून को होगा. इसी तरह नारायण एवं तुलसी विवाह का गणेश पूजन 7 जून को और विवाह 10 जून को होगा. भगवान शिव और सती के विवाह के लिए गणेश पूजन 30 मई को और इनका विवाह 11 जून को होना तय किया गया है. इस विवाह आयोजन के लिए देवकरण चौहान और उनका परिवार हर रस्म पूरी कर रहा है और इसके लिए खर्च की कोई सीमा भी नहीं रखी गई है.

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