नई दिल्ली : पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के मानवाधिकारों और लोकतंत्र वाले बयान का विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया (MEA India statement on Hamid Ansari) है. मंत्रालय ने कहा कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र है, जिसे दूसरों से प्रमाणीकरण की आवश्यकता नहीं है. कार्यक्रम के आयोजकों के ट्रैक रिकॉर्ड उतना ही जाहिर है, जितने घोषित इस कार्यक्रम के प्रतिभागियों के पूर्वाग्रहों और राजनीतिक हित हैं.
भारतीय अमेरिकी मुस्लिम परिषद द्वारा आयोजित वर्चुअल पैनल चर्चा के बारे में पूछे जाने पर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बाग्ची ने कहा कि हमने इस आयोजन से जुड़ी रिपोर्ट्स देखी है. भारत एक मजबूत और सक्रिय लोकतंत्र है. इसे किसी और से प्रमाणीपत्र की जरूरत नहीं है. यह दावा कि दूसरों को हमारे लोकतंत्र की हिफाजत करनी चाहिए (Hamid Ansari Democracy remark), बेतुकी बात है.
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बता दें कि 26 जनवरी को भारतीय अमेरिकी मुस्लिम परिषद (Indian American Muslim Council-IAMC) की ओर से एक वर्चुअल मीटिंग आयोजित की गई थी. जिसमें हामिद ने एक चर्चा में भाग लेते हुए (Hamid Ansari statement on IAMC event) हिंदू राष्ट्रवाद की बढ़ती प्रवृत्ति पर अपनी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि देश में खासकर एक धर्म के लोगों को उकसाया जा रहा है. देश में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के नाम पर असहिष्णुता को हवा दी जा रही है और असुरक्षा का माहौल बनाया जा रहा है.
(पीटीआई)